दावा: पंजशीर के लड़ाकों ने तालिबानियों से मुक्त कराए 3 जिले
अफगान न्यूज के मुताबिक, तालिबान के कब्जे से अंद्राब बघलान के तीन जिलों को मुक्त कराया गया है। तालिबान ने इस पर पुष्टि नहीं की..
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पूरे देश में हिंसक घटनाएं तेज हो गई हैं। महिलाओं और बच्चों में काफी डर है , जिसके कारण काफी लोग अफगानिस्तान भी छोड़ना चाहते हैं। वही, कुछ गुट तालिबान के कब्जे से उनके इलाके को छीनने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच एक और खबर सामने आ रही है। अफगान न्यूज के मुताबिक, तालिबान के कब्जे से तीन जिले मुक्त करा लिए गए हैं। हालंकि, तालिबान की ओर से ऐसा कोई बयान सामने नहीं आया है।
ये तीन देश हुए मुक्त
अफगान न्यूज के मुताबिक यह दावा किया जा रहा है की अब्दुल हामिद दादगर ने अंद्राब बघलान के तीन जिलों को तालिबान के कब्जे से मुक्त करा लिया है। ये शहर बघलान प्रांत के हैं। हालांकि, इस बारे में तालिबान की ओर से अभी तक कुछ भी नहीं कहा गया है। वहीं, दूसरी ओर अहमद मसूद की अगुवाई में पूर्व सैनिकों ने अफगानिस्तान के पंजशीर में तालिबान से लड़ने के लिए मोर्चा खोल दिया है। बता दें की अहमद मसूद तालिबानियों को मत दे चुके अहमद शाह मसूद के बेटे हैं।
अमरुल्ला सालेह भी बना रहे तालिबान के खिलाफ रणनीति
अहमद मसूद के अलावा अमरुल्ला सालेह ने भी तालिबान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अमरुल्ला सालेह ने खुद को अफगानिस्तान का कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित किया था। तालिबानियों से लड़ने के लिए अमरुल्ला सालेह रणनीति बना रहे हैं। अमरुल्ला इस समय पंजशीर में रुके हुए हैं। ऐसे में उनकी तरफ से तालिबान को बड़ी चुनौती मिलने के संभावना जताई जा रही है। इतना ही नहीं स्थानीय लोगों ने भी विरोध जताना शुरू कर दिया है। लोग देश के अलग अलग हिस्सों में तालिबानियों के खिलाफ विरोध कर रहे हैं।
काबुल में भी लोगों ने तालिबानियों के खिलाफ किया विरोध
स्थानीय लोगों ने काबुल में भी तालिबानियों के खिलाफ अपनी आवाज उठाना शुरू कर दिया है। अफगानिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लोगों ने देश के अलग अलग हिस्सों में तालिबानियों के खिलाफ झंडा यात्रा निकाली। खास बात यह रही की इसमें अधिकतर महिलाएं शामिल रहीं।