ताबड़तोड़ धमाकों का कहर: आतंकियों ने फिर खेला खूनी खेल, हर तरह बस चीख-पुकार

अफगानिस्तान तबाही की कगार पर आता जा रहा है। राजधानी काबुल में आज फिर सुबह एक साथ दो धमाके हुए। ये दोनों धमाके 30 मिनट के अंदर अलग-अलग जगहों पर हुए। इन धमाकों में दो लोगों की मौत हो गई। जिसमें दो अन्य लोग भी बुरी तरह से घायल हो गए हैं।

Update: 2021-02-20 08:41 GMT
राजधानी काबुल में हमलावरों ने धमाके में गाड़ियों को निशाना बनाया था। दारूलमान रोड पर धमाके के बाद दूसरा धमाका काबुल के पीडी 4 में हुआ था।

अफगानिस्तान। लगातार धमाकों और विस्फोटों से दहल रहा अफगानिस्तान तबाही की कगार पर आता जा रहा है। राजधानी काबुल में आज फिर सुबह एक साथ दो धमाके हुए। ये दोनों धमाके 30 मिनट के अंदर अलग-अलग जगहों पर हुए। इन धमाकों में दो लोगों की मौत हो गई। जिसमें दो अन्य लोग भी बुरी तरह से घायल हो गए हैं। बता दें, इस घटना के बारे में स्थानीय पुलिस ने जानकारी दी है। यहां पर पहला धमाका काबुल के पश्चिम में दारुलमान रोड पर सुबह के समय लगभग आठ बजे हुआ है। इस बारे में पुलिस का कहना है कि इसमें दो लोगों के घायल होने की खबर है।

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धमाके में गाड़ियों को निशाना बनाया

राजधानी काबुल में हमलावरों ने धमाके में गाड़ियों को निशाना बनाया था। दारूलमान रोड पर धमाके के बाद दूसरा धमाका काबुल के पीडी 4 में हुआ था। घटना के बारे में पुलिस ने बताया कि दूसरा धमाका काबुल के पीडी4 (PD4 Kabul) में स्थित कर्त-ए-परवान इलाके में हुआ। इसमें दो लोगों की मौत हो गई। बता दें, इस धमाके में भी कोरोला वाहन (Corolla Vehicle) को ही निशाना बनाया गया।

फोटो-सोशल मीडिया

बीते कई महीनों से काबुल में आईईडी ब्लास्ट (IED Blast) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। सामने आई जानकारी में बताया गया कि 20 जनवरी से लेकर फरवरी तक सुरक्षा और अपराध से जुड़े मामलों में 51 लोगों की मौत हो गई है, जबकि इस हादसे में 70 लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं।

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गौरतलब है कि अफगानिस्तान में हिंसा होना आम बात हो गई है। लेकिन हाल ही में यहां हिंसा में तेजी से बढ़ोत्तरी होती देखी गई है। इस बारे में यहां के इंडीपेंडेंट मानवाधिकार आयोग (Human Rights Commission) का कहना हैं कि साल 2020 में ही अलग-अलग घटनाओं में 2000 लोग मारे गए हैं। वहीं ये वो वारदाते हैं, जिनकी जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है।

बता दें, अफगानिस्तान में शांति लाने के उद्देश्य से पिछले साल के फरवरी महीने में कतर (Qatar) की राजधानी दोहा (Doha) में अमेरिका और तालिबान (US-Taliban Deal) के बीच एक शांति समझौता हुआ था। समझौते में कहा गया है कि अमेरिका मई के आखिर तक अपने सभी सैनिकों (US Troops) को अफगानिस्तान से बुला लेगा।

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