Afghanistan : तालिबान मसले में फंसता जा रहा अमेरिका, अब लाखों लोगों की जान डाली खतरे में
Afghanistan : तालिबान के कहर आफत मची हुई है। इस कहर के बीच कई देश अपने नागरिकों और कर्मचारियों को काबुल से निकालने में जुटे हुए हैं।
Afghanistan : अफगानिस्तान में तालिबान के कहर आफत मची हुई है। इस कहर के बीच कई देश अपने नागरिकों और कर्मचारियों को काबुल से निकालने में जुटे हुए हैं। जिसमें अब अमेरिका बुरी तरह से फंसता नजर आ रहा है। सामने आई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका ने तालिबान को अपने अधिकारियों, ग्रीन कार्ड होल्डर, और अफगान सहयोगियों की लिस्ट सौंपी गई है जिन्हें वहां से निकाला जाना था।
अमेरिका द्वारा तालिबान को सौंपी गई ये लिस्ट काबुल के बाहरी इलाकों में एंट्री की मंजूरी देने के लिए दी गई थी। लेकिन इस फैसले को लेकर अमेरिकी सांसदों और अधिकारियों में विवाद शुरू हो गया है। इस पर अब सवाल ये उठता है कि ऐसा करके अमेरिका ने लोगों की जान खतरे में डाल दी है।
खतरे में लाखों जानें
दूसरी तरफ सूत्रों से सामने आई एक रिपोर्ट में बताया गया कि बीते हफ्ते अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से हजारों लोगों की निकासी के लिए ये मैप तैयार किया गया था। जिसको तीन अमेरिकी सांसदों ने पोलिटिको के साथ शेयर किया था।
सामने आई जानकारी में बताया गया कि अब तक लगभग एक लाख लोगों को बाहर निकाला गया है। जिनमें से अधिकांश को तालिबान की कई चौकियों से गुजरना पड़ा है। वहीं अमेरिका, और अन्य गठबंधन बलों की मदद करने वाले अफगान के लोगों की बेरहमी से हत्या करने वाले नापाक तालिबान को खास नामों की सूची देने के फैसले से कई सांसद और सैन्य अधिकारी बहुत खफा हैं।
इस बारे में बताते हुए एक अधिकारी ने कहा, वास्तव में उन्होंने (अमेरिकी प्रशासन ने) इन अफगानों को तालिबान की हंट लिस्ट में डाल दिया है। यह सिर्फ भयावह और चौंकाने वाला है। इससे आप बुरा महसूस करते हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, "मैं आपको किसी भी तरह से यह नहीं बता सकता कि वास्तव में नामों की एक सूची है. ऐसा संभव है। तो मान लीजिए कि हमने कहा कि 12 लोग हैं जो किसी विशेष इलाके से गुजरने वाले हैं और आप उन्हें पास दीजिए। तो उन्हें आने दिया गया और सब कुछ बहुत अच्छे से हुआ।"