New York Firing: US को पसंद आया यह भारतीय सुरक्षा सिस्टम, ऐसी ही व्यवस्था लागू करने की मांग तेज
न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन सबवे में फायरिंग की घटना के बाद सबवे स्टेशनों पर गार्ड तैनात किए जाने की भी मांग तेज हो गई है। इस फायरिंग की घटना में 20 लोगों के घायल होने की जानकारी मिली है।
New York Firing : न्यूयॉर्क में ब्रुकलिन सबवे (Brooklyn Subway in New York) में मंगलवार को हुए फायरिंग की घटना के बाद अमेरिका जैसे अति सुरक्षित देश में सुरक्षा इंतजामों को लेकर सवाल खड़े होने लगे। न्यूयॉर्क में यात्री सुरक्षा हितों के लिए काम करने वाले संगठन 'पैसेंजर यूनाइटेड' ने भी सुरक्षा इंतजामों पर उंगली उठाई। वहीं, अमेरिका में भी अब भारतीय मेट्रो स्टेशनों जैसी सुरक्षा व्यवस्था की मांग तेज हो गई है।
क्या था मामला?
दूसरी तरफ, न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन सबवे में फायरिंग की घटना के बाद सबवे स्टेशनों पर गार्ड तैनात किए जाने की भी मांग तेज हो गई है। मंगलवार को हुए इस फायरिंग की घटना में करीब 20 लोगों के घायल होने की जानकारी सामने आई, जिसमें दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस हमले में 10 से अधिक लोगों को गोली लगी। मौके से विस्फोटक भी बरामद किए गए थे। इस वारदात को अंजाम देने वाले शख्स की पहचान किए जाने की बात कही जा रही है।
बेहद कमजोर सुरक्षा इंतजाम
ब्रुकलिन में हुए इस घटना के इतना समय बीत जाने के बाद भी हमलावर को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। और न ही इस वारदात के पीछे के मकसद ही पता चल पाया है। एक बड़ी लापरवाही के रूप में मेट्रो स्टेशन में लगे सीसीटीवी कैमरों के काम न करने की भी बात कही जा रही है। इस संबंध में 'पैसेंजर यूनाइटेड' (Passenger United) के सीईओ चार्लटन डिसूजा का कहना है, कि यह सीधे तौर सरकारी लापरवाही का मामला है। परिवहन प्रबंधन के लिए किए गए इंतजाम बेहद कमजोर हैं।
स्टेशनों पर गार्ड तक तैनात नहीं
'पैसेंजर यूनाइटेड' के प्रमुख डिसूजा के अनुसार, यात्री सुरक्षा के संबंध में ये मुद्दा कई बार उठाया गया। बावजूद, सबवे स्टेशनों पर सुरक्षा गार्ड की तैनात नहीं की गई। उन्होंने कहा, भारत, कोरिया सहित दुनिया के कई अन्य देशों में मेट्रो स्टेशन में इस तरह बिना किसी जांच-पड़ताल के जाना मुमकिन नहीं है। इसी तरह के सुरक्षा प्रबंध अमेरिका खासकर न्यूयॉर्क में किए जाने चाहिए।
बिना जांच के जा सकते हैं प्लेटफॉर्म तक
धमाके और गोलीबारी की घटना के कुछ घंटे बाद मेट्रो स्टेशन को सामान्य आवाजाही के लिए फिर खोल दिया गया। लेकिन, इस घटना के बाद भी लापरवाही का सिलसिला जारी है। बिना किसी सुरक्षा जांच के लोगों की आवाजाही हो रही है। लोग बिना किसी जांच के अपने सामान के साथ प्लेटफार्म तक पहुंचते देखे गए।