अमेरिका ने तोड़े संबंध: गुस्से में ट्रंप ने किया ऐलान, चीन की खटिया खड़ी
अमेरिका के व्हाइट हाउस की प्रेस वार्ता में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हम अभी उनसे बात नहीं करना चाहते हैं। हम देखेंगे कि अगले थोड़े समय में क्या होता है।
नई दिल्ली। वैश्विक महामारी के कहर से जूझ रहे अमेरिका चीन के ऊपर खौरियाया हुआ है। ऐसे में चीन और अमेरिका की तगड़ी नोंक-झोंक चल रही है। इसी सिलसिले में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर चीन पर भड़क गए हैं। इस बार उन्होंने कहा है कि वे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बात नहीं करना चाहते हैं।
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मैं खुश नहीं हूं...
अमेरिका के व्हाइट हाउस की प्रेस वार्ता में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हम अभी उनसे बात नहीं करना चाहते हैं। हम देखेंगे कि अगले थोड़े समय में क्या होता है।
इस साल की शुरुआत में हुई ट्रेड डील के मुताबिक, चीन बीते साल की तुलना में ज्यादा अमेरिकी सामान खरीद रहा है। इसी कड़ी में ट्रंप ने कहा, 'वे ट्रेड डील पर काफी खर्च कर रहे हैं, लेकिन मैं खुश नहीं हूं, आप समझ सकते हैं।'
इससे पहले व्यापार समझौते के बारे में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह ट्रेड डील के बारे में बात नहीं करना चाहते हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि मैं इसके बारे में बात नहीं करना चाहता। मैं कह सकता हूं कि चीन हमारे काफी उत्पाद खरीद रहा है, लेकिन ट्रेड डील की अभी इंक सूखी भी नहीं थी कि चीन से यह (कोरोना वायरस) आ गया।
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186 देश प्रभावित
राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे कहा कि ऐसा कभी नहीं होना चाहिए था, यह वायरस चीन से आया है। दुनिया से बाहर निकलने से पहले इसे चीन में रोक दिया जाना चाहिए था। कुल 186 देश प्रभावित हुए हैं।
आगे कहते हुए रूस बुरी तरह प्रभावित है, फ्रांस बुरी तरह प्रभावित है। आप किसी भी देश की ओर देखिए और आप यह कह सकते हैं कि वह प्रभावित है या यह कह सकते हैं कि वह संक्रमित है।
वहीं व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव कायले मैकेनानी ने संवाददाताओं से कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप चीन से निराश हैं। उन्होंने कहा कि मैं इसे राष्ट्रपति के पास छोड़ दूंगा, जब वह चीनी नेता के साथ बोलना फिर से शुरू करेंगे।
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आने पीढ़ी की अखंडता को कमजोर
आगे कहते हुए- लेकिन चीन काफी धीमा रहा। हम जानते हैं कि यह बीमारी चीन से आई थी, और उस जानकारी को साझा क्यों नहीं किया गया।
साथ ही अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि ट्रंप प्रशासन अमेरिकी नागरिकों की निजता या विश्वभर में आने वाली पीढ़ी की अखंडता को कमजोर करने के चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रयासों को सहन नहीं करेगा।
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