अमेरिका ने सऊदी अरब की बढ़ाई टेंशन, यमन हमलों के बीच हटाई मिसाइल रक्षा प्रणाली
अमेरिका ने यमन हमलों के बीच सऊदी अरब से अति आधुनिक मिसाइल प्रणाली और पैट्रियट बैटरी को हटा लिया है।
दुबई: अफगानिस्तान के बाद अमेरिका ने अब सऊदी अरब को टेंशन में डाल दिया है। अमेरिका ने यमन हमलों के बीच सऊदी अरब से अति आधुनिक मिसाइल प्रणाली और पैट्रियट बैटरी को हटा लिया है। इससे सऊदी अरब की मुसीबत बढ़ गई है क्योंकि वह इस समय यमन के हुती विद्रोहियों का सामना कर रहा है। एक समाचार एजेंसी ने इसका खुलासा एक विश्लेषण के बाद किया है। अमेरिका ने अफगानिस्तान से अफरा तफरी के बीच अपने सैनिकों की वापसी के बाद रियाद से बाहर प्रिंस सुल्तान एयरबेस से सुरक्षा प्रणाली को हटाया है।
वहीं ईरान का सामना करने के लिए प्रायद्वीप में हजारों के संख्या में अमेरिक सैनिक तैनात हैं। इससे खाड़ी अरब देशों की भविष्य को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं क्योंकि उनकी सेनाएं एशिया में बढ़ते खतरे से वाकिफ हैं और मिसाइल रक्षाप्रणाली की आवश्यकता को महसूस कर रही हैं। विश्व शक्तियों के साथ ईरान परमाणु समझौता स्थगित होने के बाद इसको लेकर वियना में चल रही बातचीत भी अधर में पड़ गई है। इससे अब और संघर्ष का खतरा बढ़ गया है।
खबरों के मुताबिक उपग्रह से ली गई तस्वीरों में देखा गया है कि क्षेत्र से कुछ बैटरी हटाई गई हैं। इससे पहले यहां वाहनों की गतिविधियां देखी गई हैं। जबकि अब खबर आ रही है कि इस स्थल से बैटरी पैड एकदम से खाली है और अब किसी तरह की कोई गतिविधि नहीं है। बता दें कि हाल ही में सऊदी अरब पर ड्रोन हमला हुआ था, जिसमें आठ लोगों के घायल होने की खबर थी।
गौरतलब है कि सऊदी अरब वर्ष 2015 से हुती विद्रोहियों के खिलाफ युद्ध छेड़े हुए है। वहीं अफगानिस्तान में तालिबान राज स्थापित होने के बाद दुनिया के देशों पर भी खतरा मंडराने लगा है। तालिबान की हरकतों से लग रहा है कि उसकी निगाह अमेरिका की तरफ ही है। क्योंकि तालिबानी लड़ाके 20 वर्षों से अमेरिकी सैनिकों से ही संघर्ष करते रहे हैं।