Sheikh Hasina in India: सोमवार को भारत आएंगी बांग्लादेश की पीएम, प्रधानमंत्री मोदी को लेकर कही ये बात
Sheikh Hasina: भारत दौरे पर आने से पहले प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक न्यूज एजेंसी से द्विपक्षीय संबंधों पर बात की है।
Sheikh Hasina: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना कल यानी सोमवार 5 सितंबर को भारत दौरे पर आ रही हैं। द्विपक्षीय संबंधों को लेकर बांग्लादेशी प्रधानमंत्री का ये दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। ये दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब बांग्लादेश आर्थिक संकट से जूझ रहा है और चीन इसका फायदा उठाकर भारत के इस छोटे पड़ोसी देश को अपने जाल में फंसाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, बांग्लादेश ने श्रीलंका, पाकिस्तान समेत अन्य देशों की स्थिति को देखते हुए चीनी कर्ज के प्रति सतर्कता बरती है।
भारत दौरे पर आने से पहले प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक न्यूज एजेंसी से द्विपक्षीय संबंधों पर बात की है। हसीना ने भारत को बांग्लादेश का टेस्टेड मित्र बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच मतभेद हो सकते हैं, मगर उन्हें बातचीत के माध्यम से हल किया जाना चाहिए।
पीएम मोदी की तारीफ की
शेख हसीना ने कोरोना काल के दौरान भारत सरकार के वैक्सीन मैत्री कार्यक्रम और रूस – यूक्रेन युद्ध के दौरान बांग्लादेशी छात्रों की सुरक्षित निकासी की दिशा में प्रधानमंत्री मोदी के पहल की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में जंग के कारण बांग्लादेश के छात्र वहां फंस गए थे, जिसे पीएम मोदी की पहल के बाद भारत ने बचाया। इसी तरह वैक्सीन मैत्री कार्यक्रम के तहत पड़ोसी देशों को कोविड-19 वैक्सीन देकर मोदी सरकार ने काफी अच्छा काम किया।
रोहिंग्या प्रवासियों के मुद्दे पर भारत से मांगी मदद
बांग्लादेश के सामने इस समय खराब अर्थव्यवस्था के साथ – साथ लाखों की संख्या में वहां रह रहे रोहिंग्या प्रवासी बड़ी समस्या हैं। म्यामांर में अत्याचार झेलने के बाद बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुस्लिम सीमापार कर बांग्लादेश आ गए। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश में रह रहे 11 लाख प्रवासी रोहिंग्याओं को बड़ा बोझ बताया है। उन्होंने कहा कि चूंकि भारत एक विशाल देश है, इसलिए वहां उन्हें समायोजित किया जा सकता है।
पीएम शेख हसीना ने कहा कि बांग्लादेश में शिविरों में रह रहे लोग नशीले पदार्थों की तस्करी, महिलाओं की तस्करी और हथियारों की तस्करी जैसे अवैध कामों में लिप्त हैं। इसलिए जितनी जल्दी वे स्वदेश लौटते हैं, यह हमारे देश के साथ – साथ म्यांमार के लिए अच्छा है। उन्होंने कहा कि हम रोहिंग्याओं की स्वदेश वापसी की पूरी कोशिश कर रहे हैं। मुझे लगता है कि एक बड़ा पड़ोसी होने के नाते भारत इसमें अहम भूमिका अदा कर सकता है।
बता दें कि रोहिंग्या प्रवासियों का मुद्दा भारत में भी एक संवेदनशील मुद्दा बन चुका है। पिछले दिनों केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी के रोहिंग्या प्रवासियों को घर देने के ऐलान के बाद खूब बवाल हुआ था। पुरी संघ परिवार के संगठनों के निशाने पर आ गए थे। बाद में केंद्रीय गृह मंत्रालय को स्पष्टीकरण जारी करना पड़ना था।