Pakistan Election: पाकिस्तान में खूनी चुनाव: बम हमलों में 30 लोग मारे गए
Pakistan Election: देश में आम चुनाव की पूर्व संध्या पर पाकिस्तान के राजनीतिक कार्यालयों में हुए दो बम विस्फोटों में कम से कम 30 लोग मारे गए। बम विस्फोटों में बलूचिस्तान प्रांत में चुनाव कार्यालयों को निशाना बनाया गया, एक हमला पशीन में निर्दलीय प्रत्याशी असफंदयार खान के कार्यालय में हुआ और दूसरा हमले में किला सैफुल्लाह में फजलुर रहमान की जमीयत उलेमा इस्लाम पार्टी कार्यालय को निशाना बनाया गया।
Pakistan Election: देश में आम चुनाव की पूर्व संध्या पर पाकिस्तान के राजनीतिक कार्यालयों में हुए दो बम विस्फोटों में कम से कम 30 लोग मारे गए। बम विस्फोटों में बलूचिस्तान प्रांत में चुनाव कार्यालयों को निशाना बनाया गया, एक हमला पशीन में निर्दलीय प्रत्याशी असफंदयार खान के कार्यालय में हुआ और दूसरा हमले में किला सैफुल्लाह में फजलुर रहमान की जमीयत उलेमा इस्लाम पार्टी कार्यालय को निशाना बनाया गया। बम विस्फोटों में दो दर्जन से अधिक अन्य घायल हो गए हैं।
बलूचिस्तान की प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता जान अचकजई ने बताया कि पहला हमला बलूचिस्तान प्रांत के एक जिले पशिन में असफंदयार खान के चुनाव कार्यालय पर हुआ। इस हमले में कम से कम 15 लोग मारे गए। घायलों में से कुछ की हालत गंभीर बताई गई है।
इस घटना के बाद बलूचिस्तान के किला सैफुल्लाह शहर में फजलुर रहमान की जमीयत उलेमा इस्लाम पार्टी (जेयूआई) के चुनाव कार्यालय पर एक और बम विस्फोट में कम से कम 11 लोग मारे गए। जेयूआई प्रमुख कट्टरपंथी इस्लामी पार्टियों में से एक है और अफगान तालिबान का समर्थन करने के लिए जानी जाती है। जेयूआई के धार्मिक स्कूल पूरे देश में फैले हुए हैं, खासकर उत्तर पश्चिम और अफगानिस्तान की सीमा से लगे बलूचिस्तान में। रहमान और उनकी पार्टी के कई उम्मीदवार पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों से चुनाव लड़ रहे हैं।
किसी ने नहीं ली जिम्मेदारी
पाकिस्तान में संसदीय चुनाव होने से एक दिन पहले हुए इन हमलों की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। देश के कार्यवाहक प्रधान मंत्री अनवारुल-हक-काकर ने बम विस्फोटों की निंदा की है और मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कसम खाई कि कानून-व्यवस्था की स्थिति को खराब करने की हर कोशिश को नाकाम कर दिया जाएगा। काकर ने कहा कि सरकार शांतिपूर्ण माहौल में चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यवाहक आंतरिक मंत्री गोहर इजाज ने भी बम विस्फोटों की निंदा करते हुए कहा कि किसी को भी चुनाव प्रक्रिया में तोड़फोड़ करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात
देश में विशेषकर बलूचिस्तान में हाल ही में आतंकवादी हमलों में वृद्धि के बाद शांति सुनिश्चित करने के लिए पूरे पाकिस्तान में हजारों पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती के बावजूद बम विस्फोट हुए। प्रतिबंधित बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी सुरक्षा बलों पर कई हमलों के पीछे रही है, जिसमें 30 जनवरी को सुरक्षा सुविधाओं पर हमला भी शामिल है जिसमें छह लोग मारे गए थे।
वैसे, पाकिस्तान में चुनाव से पहले और मतदान के दिन हिंसा होना आम बात है। इस तरह के सबसे भयानक हमलों में से एक में पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो की 2007 में रावलपिंडी के गैरीसन में एक चुनावी रैली को संबोधित करने के कुछ ही मिनटों बाद बंदूक और बम हमले में हत्या कर दी गई थी।
लगातार वारदातें
बलूचिस्तान और कराची में लगातार हिंसा की घटनाएं हुईं हैं। बलूचिस्तान में पसनी के बाग बाजार सरकारी स्कूल के पास एक विस्फोटक उपकरण पाया गया। बाद में बम निरोधक दस्ते ने बम को निष्क्रिय कर दिया।
राष्ट्रीय डेटाबेस और पंजीकरण प्राधिकरण कार्यालय के एक कार्यालय को ग्रेनेड से निशाना बनाया गया, जिससे खिड़कियों को नुकसान पहुंचा।
- अवारन जिले में नेशनल असेंबली के लिए बलूचिस्तान नेशनल पार्टी (मेंगल) (बीएनपी-एम) के उम्मीदवार मीर मोहम्मद याकूब के आवास पर ग्रेनेड हमला किया गया। - पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के उम्मीदवार मीर मोहम्मद असलम बुलेदी के घर पर बुलेदा में हमला किया गया।
- पंजगुर शहर में दो विस्फोटों की सूचना मिली, जहां नेशनल पार्टी के नेता अब्दुल कादिर सजदी के आवास और एक स्वतंत्र उम्मीदवार नूर बलूच के घर को निशाना बनाया गया। हमलों में दोनों नेता सुरक्षित बच निकले।
- पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के उम्मीदवार आगा गुल अपने आवास पर ग्रेनेड हमले में बाल-बाल बच गए।
- बलूचिस्तान के केच के टम्प इलाके में एक सुरक्षा बलों की चौकी पर हमले की खबर है जहां पीआरजी -7 प्रोजेक्टाइल ग्रेनेड दागागया, जिससे पोस्ट के पास एक विस्फोट हुआ।
- बलूचिस्तान के नुश्की जिले में पाकिस्तान चुनाव आयोग कार्यालय के बाहर एक और बम विस्फोट हुआ।