California Wildfires: कैलिफोर्निया के जंगलों में हर साल लगती है आग? जानें इसके पीछे का कारण
California Wildfires: देश की राष्ट्रीय मौसम सेवा के पूर्वानुमान के अनुसार, हवा की गति 35 मील प्रति घंटे होने की संभावना है क्योंकि इसने पश्चिमी क्षेत्र के कई राज्यों के लिए खतरे की चेतावनी जारी की है।
California Wildfires: उत्तरी कैलिफोर्निया (California) में जलती हुई काल्डोर के कारण अब तक 53,700 एकड़ भूमि जल चुकी है। नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन ने जंगल की आग का एक सैटेलाइट वीडियो ट्वीट किया जिसमें सैक्रामेंटो के पूर्व में आग की "विस्फोटक वृद्धि" दिखाई गई। देश की राष्ट्रीय मौसम सेवा के पूर्वानुमान के अनुसार, हवा की गति 35 मील प्रति घंटे होने की संभावना है क्योंकि इसने पश्चिमी क्षेत्र के कई राज्यों के लिए खतरे की चेतावनी जारी की है।
फायर डिपार्टमेंट की टीम आग पर काबू पाने में जुट गई है। 1300 से ज्यादा फायर फाइटर्स को इस काम में लगाया गया है। आग बुझाने में हेलिकॉप्टर्स और वॉटर डंपिंग प्लेन्स की मदद ली जा रही है। आग पहाड़ी इलाकों में फैलने की वजह से इसे बुझाने में फायर फाइटर्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है।उत्तर की ओर, डिक्सी फायर - एक दर्जन से अधिक पश्चिमी राज्यों में लगभग 100 सक्रिय जंगल की आग में से सबसे बड़ी - लगभग 18,000 की आबादी वाले सुसानविले की ओर बढ़ रही थी। कैलिफ़ोर्निया में जंगल की आग आम है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में, कैलिफ़ोर्निया अधिक से अधिक जंगल की आग देख रहा है और इन लपटों की तीव्रता हर साल बढ़ रही है।
आग का आकार 24 घंटों में तीन गुना
अधिकारियों ने कहा कि आग, पिछले 24 घंटों में आकार में तीन गुना हो गई है और 5,800 से अधिक घरों को खतरा है। अग्निशमन अधिकारियों ने कहा कि शुष्क ईंधन, गर्म तापमान और तेज हवाओं के संयोजन ने "अभूतपूर्व" आग की स्थिति पैदा की, जिससे आग 24 घंटों में 47,200 एकड़ से अधिक बढ़ गई। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। काल्फायर के अनुसार, देश में सबसे बड़ी आग और राज्य के इतिहास में दूसरी सबसे बड़ी आग, डिक्सी फायर ने 635,700 एकड़ से अधिक को झुलसा दिया है और इसमें केवल 33% ही शामिल है।
35 वर्षों से तापमान में लगातार बढ़ोतरी
पिछले 35 वर्षों से तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है जिसके लिए सीधे तौर पर इंसान जिम्मेदार हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि बढ़ती गर्मी ने ही जंगलों में आगजनी की घटनाओं को बढ़ाया है। वजह तो बहुत सारी है।बढ़ते तापमान से जूझ रहे अमेरिका के जंगलों में लगी आग ने एक बार फिर जलवायु परिवर्तन पर बहस छेड़ दी है।इस साल रिकॉर्ड तोड़ गर्मी की वजह से सैकड़ों एकड़ जंगल जल कर राख हो गए।विशेषज्ञों का मानना है कि ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से जंगलों में आग लगने के मामले बढ़े हैं।
1983 से 1999 के बीच जंगलों में आग का सालाना आंकड़ा 25,899 वर्ग किलोमीटर तक नहीं पहुंचा था।साल 2000 के बाद अगले 10 वर्षों तक यह आंकड़ा पार कर गया और 2006, 2015 और 2017 में 38,849 वर्ग किलोमीटर जंगल जल कर राख हो गए।पिछले साल 2020 में इसी अगस्त महीने में अमेरिका के कैलिफोर्निया के जंगलों में लगी आग को 'एप्पल फायर' नाम दिया गया है। इसने 44 हजार एकड़ के इलाके को अपनी चपेट में ले लिया था। अमेरिका के कैलिफोर्निया के जंगलों में 2019 में 85 साल की सबसे भीषण आग लगी थी। इसकी चपेट में आकर 31 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। सैकड़ों लोग लोग लापता हुए थे। 1933 में लॉस एंजिल्स के ग्रिफिथ पार्क में लगी आग के बाद यह कैलिफोर्निया के जंगल में लगी सबसे बड़ी आग थी। इससे करीब 83 हजार एकड़ के इलाके में आग लगी थी। करीब 3 लाख लोगों को अपना घर छोड़कर दूसरे शहरों में जाना पड़ा था।
आग क्यों लगती है?
-अमेरिका के दूसरे इलाकों की तुलना में कैलिफोर्निया गर्म है। यही वजह है कि यहां पर गर्मी के मौसम में अक्सर जंगलों में आग लग जाती है। यह सिलसिला बारिश का मौसम आने तक जारी रहता है। हालांकि, बीते कुछ सालों में आग लगने की घटनाएं बढ़ी हैं।
-कैलिफ़ोर्निया की भूमि को इसकी अधिकांश नमी पतझड़ के मौसम में मिलती है जो वसंत वनस्पति द्वारा सूख जाती है। इसलिए, राज्य कभी न खत्म होने वाले शुष्क मौसम का अनुभव करता है, जो अनिवार्य रूप से जंगल की आग को भड़काता है।
-दूसरा जलवायु परिवर्तन है, जिसने पिछले 30 वर्षों में अमेरिका के पश्चिमी हिस्से को गर्म और शुष्क बना दिया है और विशेषज्ञों के अनुसार, यह मौसम को और अधिक चरम और जंगल की आग को और अधिक विनाशकारी बना देगा।
-यहाँ अधिकतर नमी सर्दियों के मौसम में मिलती है किंतु यहाँ की वनस्पति वर्षा की कमी एवं गर्म तापमान के कारण गर्मियों में सूख जाती है जो अंततः आग के लिये प्रज्जवलन का कार्य करती है।
-एक अन्य कारक कैलिफोर्निया की बड़ी आबादी है। बहुत से लोग राज्य के वन क्षेत्रों की ओर नहीं बढ़ रहे हैं, जहां कैम्प फायर, पार्टियों के कारण होने वाली चिंगारी नियंत्रण से बाहर हो जाती है।
-अंत में, कैलिफ़ोर्निया सांता एना हवाओं के कारण आग की चपेट में है जो वनस्पति को सुखा देती है और ईंधन स्नोबॉल को बड़े धमाकों में बदल देता है।न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, सांता एना हवाओं के कारण लगी आग तीन गुना तेजी से फैलती है और शहरी क्षेत्रों के करीब जलती है। रिपोर्ट के अनुसार, 1990 से शुरू होने वाले दो दशकों में 80% आर्थिक नुकसान के लिए वे जिम्मेदार थे।
-हालाँकि वैश्विक तापन (Global Warming) के कारण तापमान में 1-2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है, जिससे दावानल के मामलों में वृद्धि हुई है।
-कई आग की घटनाएँ मानव हस्तक्षेप के कारण होती हैं जैसे- विद्युत लाइन का गिरना आदि।
-लंबे समय तक कृत्रिम रूप से प्राकृतिक आग के दमन के कारण वनों में अत्यधिक सूखी सामग्री जमा हो गई है जिससे आग लगने की संभावना बढ़ जाती है।
आग लगने के प्रभाव और समाधान
-जीवन एवं संपत्ति के विनाश से आर्थिक नुकसान होता है।
-धूल के छोटे कणों द्वारा वायु प्रदूषण तथा अम्ल, कार्बनिक रसायन एवं धातु के कारण एलर्जी जैसी स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।
-उच्च तापमान के कारण भूमि क्षरण होता है जिससे भूमि से सभी पोषक तत्त्व एवं वनस्पतियाँ नष्ट हो जाती हैं और भूमि अनुर्वरक हो जाती है।
-जैवविविधता को नुकसान होता है।
-दावानल के तात्कालिक समाधानों के रूप में संवेदनशील क्षेत्रों में ज्वलनशील पेड़ों की प्रजातियाँ जैसे- यूकेलिप्टस एवं पाइन आदि को लगाने से बचना चाहिये।
-वन क्षेत्रों के पास मानव विकास गतिविधियों को अनुमति नहीं देना चाहिये।
-मरुस्थलीय भू-निर्माण, कम पानी की खपत वाले उपकरणों को बढ़ावा, अपशिष्ट जल पुनर्चक्रण जैसी जल संरक्षण वाली नीतियों को बढ़ावा देना चाहिये।
-वैश्विक स्तर पर ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिये लंबे समय से कार्य किया जा रहा है और इस प्रकार जलवायु परिवर्तन ऐसी घटनाओं को नियंत्रित करने के लिये महत्त्वपूर्ण है जिन्होंने न केवल कैलिफोर्निया बल्कि पूरी दुनिया को प्रभावित किया है।