​Chandrayaan-3: कभी उड़ाया था मजाक, आज उसी पाकिस्तानी मंत्री ने दी बधाई, कहा- 'सपनों वाली युवा पीढ़ी ही...गुड लक'

​Chandrayaan-3: भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में आज इतिहास रच दिया। चांद की सतह पर कदम रखने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन गया। चांद के साउथ पोल पर चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग पर पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने प्रतिक्रिया दी।

Update:2023-08-23 20:50 IST
Fawad Chaudhry on Chandrayaan-3 (Social media)

Chandrayaan-3: भारत ने बुधवार (23 अगस्त) को अंतरिक्ष के क्षेत्र में ऐसा इतिहास रच दिया जिसकी गूंज आने वाले समय में भी सुनी जाएगी। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के प्रयास से चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक चांद की सतह पर उतरा। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर कदम रखने वाला भारत दुनिया का पहला देश बना। इससे पहले, अमेरिका (USA), रूस (Russia) और चीन (China) वो देश हैं जिसने चांद की सतह तक पहुंचने में सफलता पाई थी। चांद की सतह पर चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग पर पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी (Fawad Chaudhry) ने प्रतिक्रिया दी।

भारत का मून मिशन चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) सफल रहा। इस मिशन ने अपने लक्ष्य को हासिल किया। चांद की सतह पर अपने निर्धारित समय पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की। चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बना है। चांद पर चंद्रयान-3 के सफल सॉफ्ट लैंडिंग पर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद हुसैन चौधरी ने इसरो को बधाई दी।

कभी उड़ाया था मजाक, आज बदले सुर

इमरान खान सरकार में पाकिस्तान के पूर्व विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री फवाद चौधरी ने ISRO को बधाई देते हुए कहा, 'यह इसरो के लिए ऐतिहासिक क्षण है।' यहां आपको याद दिला दें फवाद चौधरी पाकिस्तान के वही पूर्व मंत्री हैं जिन्होंने भारत के पिछले मून मिशन यानी चंद्रयान-2 की असफलता का मजाक उड़ाया था। चंद्रयान-2 के सॉफ्ट लैंडिंग के दौरान विक्रम लैंडर से ISRO के संपर्क टूटने पर हैशटैग 'इंडिया फेल्ड' का मुहिम चलाया था। मगर, इस बार उनके सुर बदले-बदले नजर आए।

क्या कहा फवाद चौधरी ने?

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की सरकार में मंत्री रहे फवाद हुसैन चौधरी ने भारत के चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, 'चांद पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग हुई है। इसरो के लिए यह कितना बड़ा क्षण है। मैं ISRO के अध्यक्ष सोमनाथ और उनके साथ कई युवा वैज्ञानिकों को इस क्षण का जश्न मनाते हुए देख सकता हूं। केवल सपनों वाली युवा पीढ़ी ही दुनिया को बदल सकती है... गुड लक।'

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