चीन ने किलर मिसाइलों से युद्धपोत को किया तबाह, हिली दुनिया, अमेरिका ने दी धमकी
चीन ने इन किलर मिसाइलों का बीते अगस्त में परीक्षण किया था, लेकिन अब पहली बार उसको दुनिया के सामने लाया है। चीन के एक सैन्य विशेषज्ञ का कहना है कि इन दोनों मिसाइलों ने दक्षिण चीन सागर में स्थित परासेल द्वीप समूह के पास युद्धपोत को मिसाइल दागकर बर्बाद कर दिया।
नई दिल्ली: चीन का भारत और अमेरिका से तनाव बरकरार है। दोनों देशों के साथ तनाव के बीच चीन ने युद्ध की तैयारियां जोर-शोर से कर रहा है। चीन की दो मिसाइलों ने समुद्र के अंदर गश्त लगा रहे युद्धपोतों को तबाह कर दिया है। चीन की एयरक्राफ्ट कैरियर किलर मिसाइलों ने जिन युद्धोपतो को तबाह किया है वह हजारों किलोमीटर दूरी पर स्थित थे।
चीन ने इन किलर मिसाइलों का बीते अगस्त में परीक्षण किया था, लेकिन अब पहली बार उसको दुनिया के सामने लाया है। चीन के एक सैन्य विशेषज्ञ का कहना है कि इन दोनों मिसाइलों ने दक्षिण चीन सागर में स्थित परासेल द्वीप समूह के पास युद्धपोत को मिसाइल दागकर बर्बाद कर दिया।
पेइचिंग के बीइहांग यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर और पूर्व कर्नल वांग शियांगसूई ने बताया कि DF-26B और DF-21D मिसाइलों ने अपने लक्ष्य को सटीक निशाना बनाया। चीन ने DF-26B मिसाइल को उत्तरी-पश्चिमी किंगहाई प्रांत से दागा था और दूसरी मिसाइल DF-21D को पूर्वी हिस्से में स्थित झेजियांग प्रांत से दागा।
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अमेरिका ने दी बड़ी धमकी
DF-21 मिसाइल अपने टारगेट पर सटीक निशाना लगाती है। सैन्य विशेषज्ञों ने इसे 'कैरियर किलर' का नाम दिया। वह मानते हैं इसे उन अमेरिकी विमानवाहकों को निशाना बनाने के लिए बनाया गया है जो चीन के साथ संभावित संघर्ष में शामिल हो सकते हैं। चीनी मिसाइल परीक्षण के बाद अमेरिका ने धमकी दी थी। अमेरिका ने कहा था अगर मिसाइलों ने अमेरिकी विमानवाहक पोतों को निशाना बनाया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। चीनी प्रोफेशर वांग ने कहा कि इन मिसाइलों का सफल परीक्षण अमेरिका के लिए चेतावनी है।
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सेना को विकसित करने में लगा है चीन
चीन ने बीते दशक में मिसाइलों, लड़ाकू विमानों, परमाणु पनडुब्बियों और अन्य हथियारों को विकसित करने के लिए खूब पैसे खर्च कर रहा है। उसकी कोशिश सेना को विस्तार देना है। दरअसर दुनिया के सबसे व्यस्ततम व्यापार मार्गों में शामिल दक्षिण चीन सागर पर नियंत्रण को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर चीन का अमेरिका और दक्षिणी पड़ोसी देशों के साथ तनाव बढ़ता जा रहा है। ट्रंप की सरकार विवादित क्षेत्र के ज्यादातर हिस्से पर संप्रभुता के चीन के दावे को खारिज किया है। इसके वियतनाम, फिलीपीन और अन्य देश भी दावा करते हैं।
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