उ. कोरिया के खिलाफ अमरीका-चीन एकजुट, परमाणु सुरक्षा पर माथापच्ची जारी

Update:2016-04-01 15:12 IST

वाशिंगटन: वॉशिंगटन में छह साल बाद एक बार फिर पचास से अधिक देशों के नेता परमाणु सुरक्षा को मजबूत करने के तरीकों पर बहस करने के लिए जमा हुए हैं।

परमाणु ठिकानों की सुरक्षा पर माथापच्ची

-बैठक में ये बातें निकल कर आई कि लोहे की जालियां और बख़्तरबंद गाड़ियां एक तरह से दीवार बनकर खड़ी हैं।

-जाहिर है कि ये दीवार परमाणु हमले का सामना नहीं कर सकती।

-खासकर तब जबकि ये माना जा रहा है कि ब्रसेल्स के चरमपंथी हमलावर कुछ ही महीनों पहले बेल्जियम के परमाणु ठिकानों की टोह ले रहे थे।

-उन पर निशाना लगाने की ताक में थे।

बहस का सबसे महत्वपूर्ण एजेंडा

-परमाणु हथियारों को इस्लामिक स्टेट और दूसरे चरमपंथी गुटों के हाथ में पड़ने से कैसे रोका जाए।

-साथ ही उत्तरी कोरिया का परमाणु कार्यक्रम भी चिंता पैदा कर रहा है।

ये भी पढ़ें... NSS डिनर पार्टी में बराक ओबामा और मोदी ने पाक पर साधा निशाना

उत्तर कोरिया पर नकेल कसने की तैयारी

-अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा, कि चीन और अमरीका उत्तर कोरिया को और मिसाइल परीक्षण करने से रोकने के लिए एक साथ प्रयास करेंगे।

-गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने हाल के हफ्तों में हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया था।

-बार-बार मिसाइल परीक्षण के साथ वह पश्चिमी देशों को धमकी भी दे रहा है।

ये भी पढ़ें... ब्रसेल्स में बोले PM- मेरे खिलाफ आवाज आए तो समझना चाबी टाइट की है

ओबामा-शी जिनपिंग की मुलाकात

-ओबामा ने कहा कि वह और शी जिंनपिंग इस बात पर सहमति के प्रयास कर रहे हैं कि परमाणु मिसाइल परीक्षण जैसे कदमों को कैसे कम किया जाए।

-ये परीक्षण तनाव बढ़ाते हैं और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन करते हैं।

-चीन उन गिने-चिने देशों में से है जिसके साथ ओबामा ने इस बैठक में द्विपक्षीय बातचीत की है।

पीएम मोदी बता सकते हैं अपनी चिंता

-उम्मीद है कि बहस के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री परमाणु सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों का ज़िक्र कर सकते हैं।

-साथ ही पाकिस्तान के उन छोटे और आसानी से इस्तेमाल होने वाले परमाणु हथियारों के गलत हाथों में जाने की चिंताओं पर भी बात हो सकती है।

Tags:    

Similar News