ज्यूरिख। दुनिया में अरबपति बढ़ते जा रहे हैं। पूरी दुनिया में शेयर बाजार की तेजी, संपत्ति की बढ़ती कीमतें और आर्थिक विकास ने साल 2017 में अमीरों की अमीरी में खूब इजाफा कराया है। स्विस बैंक यूबीएस और कंसल्टेंसी कंपनी प्राइस वाटर हाउस कूपर (पीडब्ल्यूसी) ने एक सर्वे के बाद एक रिपोर्ट तैयार की है जिसमें दुनिया के करीब 98 फीसदी अरबपतियों की दौलत शामिल है।
न्यू वल्र्ड वेल्थ स्टडी में किसी देश में रहने वाले लोगों की सारी निजी संपत्ति का आकलन किया गया है और इसी के आधार पर रैंकिंग दी गई है। अकेले चीन के उद्यमियों ने ही अपने बैंक खातों में 1.4 लाख करोड़ डॉलर की संपत्ति जोड़ी है, यानी स्पेन की जीडीपी से भी ज्यादा। रिपोर्ट के मुताबिक चीन में हर हफ्ते दो लोग नए अरबपतियों की जमात में शामिल हो रहे हैं।
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स्विस बैंक यूबीएस से जुड़े जोसेफ स्टेडलर कहते हैं, 'चीन की विशाल आबादी, तकनीकी खोज और उत्पादकता में वृद्धि के साथ सरकार के सहयोग ने लोगों के लिए न सिर्फ बड़े कारोबार बल्कि लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए बदलाव के भी खूब मौके बनाए हैं।' चीन में 2006 तक सिर्फ 16 अरबपति थे। हालांकि सबसे ज्यादा अरबपतियों का जमावड़ा अब भी अमेरिका में ही है, पर इतना जरूर हुआ है कि यहां धन संपदा पैदा करने के दर में कमी आई है। 2017 में अमेरिका में 53 लोग अरबपति हो गए जबकि पांच साल पहले यह संख्या 87 थी। इस रैंकिंग में भारत को छठा स्थान मिला है। मतलब भारत को दुनिया का छठा सबसे अमीर देश कहा गया है। भारत की कुल संपत्ति 8,230 अरब डॉलर बताई गई है। रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में सबसे अमीर देश अमेरिका है जिसके पास 64 अरब डॉलर से भी ज्यादा की संपत्ति है। इस सूची में चीन दूसरे पायदान पर है जिसकी कुल संपत्ति 24 अरब डॉलर आंकी गई है। जापान तीसरे पायदान पर है और उसकी कुल संपत्ति 19 अरब से अधिक आंकी गई है।
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चौथे स्थान पर 9 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ ब्रिटेन, पांचवें पर जर्मनी है। भारत के बाद फ्रांस, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और इटली का नंबर आता है। इस रिपोर्ट में भारत को वैश्विक स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाला संपत्ति बाजार कहा गया है, जिसकी कुल संपत्ति साल 2016 के मुकाबले साल 2017 में 25 फीसदी तक बढ़ी। चीन के बाजार में यह बढ़ोतरी 22 फीसदी की रही। वहीं वैश्विक वृद्धि 12 फीसदी तक ही सीमित रही।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 20 हजार से भी ज्यादा करोड़पति हैं। करोड़पतियों के मामले में भारत का दुनिया में सातवां स्थान है। वहीं देश में 119 अरबपति हैं। अरबपतियों के मामले में भारत का चीन और अमेरिका के बाद तीसरा स्थान है।