China Bullet Train News: चीन ने तिब्बत में शुरू की पहली बुलेट ट्रेन सेवा
न्यिंगची शहर अरुणाचल प्रदेश की सीमा से सटा हुआ है। बुलेट ट्रेन अरुणाचल प्रदेश की सीमा के पास तक आएगी। चीन का दावा है कि अरुणाचल प्रदेश दक्षिण तिब्बत का हिस्सा है लेकिन चीन के इस दावे को भारत खारिज करता है।
China News: चीन ने अब तिब्बत में बुलेट ट्रेन चला दी है। पूरी तरह बिजली से चलने वाली ये बुलेट ट्रेन अरुणांचल प्रदेश की सीमा से सटे नयिंगची शहर से राजधानी ल्हासा के बीच चलेगी। सामरिक नजरिए से ये भारत के लिए बड़ी चिंता की बात है।
ल्हासा से नयिंगची की दूरी 435.5 किलोमीटर की है। तिब्बत में चीन ने बुलेट ट्रेन का उद्घाटन कम्युनिस्ट पार्टी के 100वें स्थापना दिवस के चंद दिन पहले किया है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी 1 जुलाई को 100वां स्थापना दिवस मनाने जा रही है। चीन इस मौके पर अपनी तमाम उपलब्धियों को दुनिया के सामने पेश कर रहा है। हाल ही में उसने अपने तीन अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस स्टेशन में भेजा है।
24 जून को हुआ बुलेट ट्रेन का उद्घाटनतिब्बत को चीन स्वायत्तशासी क्षेत्र कहता है। यहां बुलेट ट्रेन का उद्घाटन 24 जून को किया गया। इससे पहले चीन तिब्बत को चीन के बाकी हिस्सों से रेलवे लाइन द्वारा जोड़ चुका है। क्विंगहाई से तिब्बत तक ट्रेन पहले ही चालू हो चुकी है। ये ट्रेन चीन के दक्षिणपूर्वी क्षेत्र से तिब्बत को जोड़ती है। पिछले साल नवंबर में चीनी प्रेसिडेंट शी जिनपिंग ने अधिकारियों से कहा था कि वे सिचुआन प्रान्त से नयिंगची तक रेलवे लाइन बिछाने के काम को जल्दी पूरा करें। जिनपिंग ने कहा था कि नई रेल लाइन सीमा पर स्थायित्व की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी।
अरुणाचल प्रदेश पर चीन अपना दावा ठोंकता है
सिचुआन-तिब्बत रेल सेवा सिचुआन प्रान्त की राजधानी शेंगदू से शुरू होती है और यान प्रान्त से होते हुए क्वामदो से तिब्बत में दाखिल होती है। इस रेल लाइन के निर्माण से शेंगदू से ल्हासा तक की यात्रा का समय 48 घण्टे से घट कर मात्र 13 घण्टे रह गया है। नयिंगची एक छोटा कस्बा साहै को मेडोग काउंटी में आता है। ये पूरा इलाका भारत में अरुणाचल प्रदेश से सटा हुआ है। चीन अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा ठोंकता है जबकि ये भारत का अभिन्न हिस्सा है। चीन ने भारतीय सीमा तक सड़कों का जाल पहले से ही बिछा रखा था, अब बुलेट ट्रेन भी शुरू कर दी है।