China Attack On Taiwan: ताइवान पर किसी भी समय चीन का हमला सम्भव, अमेरिका जवाबी कार्रवाई करेगा
China Attack On Taiwan: शी जिनपिंग ने ताइवान को "एकीकृत" करने यानी चीन में मिलने की कसम खाई है - और विशेषज्ञों का मानना है कि वह निश्चित तौर पर हमला करने के लिए तैयार हैं।
China Attack On Taiwan: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीन को युद्ध के लिए तैयार होने का आदेश दिया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि उनके देश की सुरक्षा स्थिति "तेजी से अस्थिर और अनिश्चित होती जा रही" है। जिनपिंग ने घोषणा की कि बीजिंग "किसी भी युद्ध के लिए अपने सैन्य प्रशिक्षण और तैयारी को व्यापक रूप से मजबूत करेगा" जिनपिंग की घोषणा से ये डर पैदा हो गया है कि चीन, ताइवान के स्व-शासित द्वीप पर आक्रमण करने की तैयारी कर रहा है।
हाल के महीनों में दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है, तथा बीजिंग ने ताइवान के हवाई क्षेत्र में जेट लॉन्च करके और सैन्य अभ्यास में मिसाइलों को दागकर अपनी सैन्य क्षमता को दिखाना जारी रखा है।
शी जिनपिंग ने खाई कसम
शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने ताइवान को "एकीकृत" करने यानी चीन में मिलने की कसम खाई है - और विशेषज्ञों का मानना है कि वह निश्चित तौर पर हमला करने के लिए तैयार हैं।अमेरिका और चीन के बीच बड़े संघर्ष की वजह ताइवान होने की आशंका है। एक संभावित आक्रमण में अमेरिका को या तो ताइवान छोड़ने या चीन के साथ पूर्ण पैमाने पर युद्ध का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
चीन, ताइवान को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है और उसने राष्ट्र को वापस लेने की कसम खाई है जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने हाल ही में वादा किया था कि अमेरिका द्वीप की रक्षा करेगा।
एक देश, दो प्रणाली" की नीति
ताइवान प्रभावी रूप से एक स्वतंत्र देश है, हालांकि उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त नहीं है, लेकिन पूर्ण स्वतंत्रता की दिशा में उसका कोई भी कदम लगभग निश्चित रूप से युद्ध की ओर ले जाएगा। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने पिछले महीने अपनी योजना स्पष्ट कर दी थी जब उसने ताइवान की स्वतंत्रता का "दृढ़ता से विरोध करने और उसे रोकने" और "एक देश, दो प्रणाली" की नीति का ऐलान किया था।
पिछले हफ्ते नई तस्वीरों से पहली बार पता चला कि दक्षिण चीन सागर में चीन का सैन्यीकरण कितना आगे बढ़ गया है।इन फोटो से पता चलता है कि मानव निर्मित द्वीपों पर चीनी सैन्य अभियानों का बड़े पैमाने पर फैलाव हो चुका है। ये द्वीप मिसाइल विमान, उड़ान हैंगर और जासूसी विमानों सहित घातक हार्डवेयर से लैस हैं। इन द्वीप समूह में सबसे बड़ा द्वीप, ताइपिंग है जो वर्तमान में ताइवान द्वारा नियंत्रित है। ये बीजिंग द्वारा तैयार की जा रही आक्रमण योजनाओं के केंद्र में है।