चीन में कोरोना के एक केस मिलने पर लाॅक हुआ सवा करोड़ आबादी वाला शेनझेन शहर
लाखों निवासियों की कोरोना जांच तीन दिन में पूरी कर लेगा चीनी सरकार, यात्रा पर लगाया प्रतिबंध
नई दिल्ली। चीन कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रहा है और एक भी केस मिलने पर बहुत तेजी से कार्रवाई की जा रही है। चीन की गंभीरता का एक ताजा उदाहरण चीन का शेनझेन शहर है जहां कोरोना संक्रमण का एक केस मिलने पर लाखों लोगों की कोरोना जांच शुरू कर दी गई है। और लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। ये सब इसलिए किया जा रहा है ताकि संक्रमण किसी भी कीमत पर फैलने न पाए।
शेनझेन शहर को चीन की सिलिकॉन वैली कहा जाता है क्योंकि यहां बड़ी संख्या टेक कंपनियों के दफ्तर की हैं। शेनझेन में बाहर से आये एक व्यक्ति में कोरोना संक्रमण मिला है। इसके चलते करीब सवा करोड़ आबादी वाले इस शहर में पाबंदियां लगा दी गई हैं।
अब शेनझेन से बाहर जाने वाले सभी यात्रियों के लिए कोरोना की नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है। आरटीपीसीआर टेस्ट भी अधिकतम 72 घण्टे पहले का होना चाहिए। गुआंगझू और फोसहान के निवासियों और इन शहरों में बीते 14 दिन के भीतर यात्रा कर चुके लोगों को हवाई यात्रा करने से पहले 48 घण्टे पूर्व की नेगेटिव टेस्ट रिपोर्ट दिखानी होगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि इन शहरों में पहले कोरोना का सीमित प्रकोप हुआ था। इसके अलावा रेल यात्रियों को शेनझेन से बाहर जाने के लिए 72 घण्टे के भीतर वाली कोरोना जांच की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी।
शेनझेन शहर के भीतर भी लोगों को मेट्रो ट्रेन के स्टेशनों में घुसने से पहले अपने मोबाइल फोन पर ग्रीन हेल्थ कोड दिखाना होगा। यही नहीं, शेनझेन के फुशियान क्षेत्र में सभी 17 लाख 70 हजार निवासियों की आरटीपीसीआर जांच का व्यापक अभियान छेड़ दिया गया है। सभी निवासियों की जांच तीन दिन में पूरी कर ली जाएगी।