LAC पर हो गया हाई अलर्ट जारी, चीन के इस फौलादी सूट से चौकन्नी हुई सेना

लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के बॉर्डर पर चीन ने अपने सैनिकों को मुस्तैदी के साथ तैनात कर रखा है। जारी विवाद से बीच चीन ने सीमा पर तैनात अपने सैनिक को हथियार सहित खड़ा रखा है। ऐसे में भारत से सीमा विवाद के बीच चीन अपने सैनिकों को बहुत मजबूत कर रहा है।

Update: 2020-12-13 09:06 GMT
चीन ने बेहद खास सूट सैनिकों को दिए हैं। चीन के इस सूट से चीनी सैनिकों का शरीर फौलादी रहेगा। इस चीन के सूट को आयरन मैन या एग्जोस्केलटन सूट कहा जाता है।

नई दिल्ली: लद्दाख(Ladakh) में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के बॉर्डर पर चीन ने अपने सैनिकों को मुस्तैदी के साथ तैनात कर रखा है। जारी विवाद से बीच चीन ने सीमा पर तैनात अपने सैनिक को हथियार सहित खड़ा रखा है। ऐसे में भारत से सीमा विवाद के बीच चीन अपने सैनिकों को बहुत मजबूत कर रहा है। इसी कड़ी में उसने उन्हें एक खास तरह का सूट दिया है। चीन के इस सूट से चीनी सैनिकों का शरीर फौलादी रहेगा। इस चीन के सूट को आयरन मैन या एग्जोस्केलटन सूट कहा जाता है।

ये भी पढ़ें...अमेरिका का तगड़ा एक्शन: धमकी के बाद भी चीन पर की कड़ी कार्रवाई, टेंशन में ड्रैगन

मिशन को अंजाम दे सकेंगे

सूत्रों से जानकारी मिली है कि चीन लद्दाख सीमा पर कड़ाके की ठंड में तैनात रखने के लिए अपनी चीनी सेना के लिए पूरी तैयारी कर चुका है। इस दौरान पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) अपने सैनिकों को आयरन-मैन बना चुका। साथ ही इस बीच खबरें आ रही हैं कि ये खास तरह का सूट है जो ठंड इलाकों में सैनिकों को बचाए रखेगा और वे मिशन को अंजाम दे सकेंगे।

ऐसे में जिन सैनिकों को यह सूट सबसे पहले दिया गया है वे दक्षिण-पश्चिम चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में में स्थित नागरी में तैनात हैं। साथ ही अपनी इस पहल से चीन अमेरिका और रूस की कतार में आ चुका है।

फोटो-सोशल मीडिया

ये भी पढ़ें...आंदोलन में शामिल चीन-पाकः इस मंत्री का दावा, किसानों के अड़ जाने से बढ़ा टकराव

मिशन को ज्यादा बढ़िया ढंग से अंजाम

आपको बता दें कि एग्जोस्केलटन सूट इलेक्ट्रिक मोटर, न्यूमेटिक्स, हाइड्रोलिक और कई तरह की तकनीक से बनता है। वहीं इससे अधिक ऊंचाई पर ऑक्सीजन की कमी या मौसम की ताबड़तोड़ मार से बचकर सैनिक अपने मिशन को ज्यादा बढ़िया ढंग से अंजाम दे सकते हैं।

चीन के फौलादी सूट एग्जोस्केलटन सूट के बारे में सूत्रों से सामने आई रिपोर्ट में बताया कि सूट कुछ इस तरह से बना है कि इसे पहनकर ऊंचे पहाड़ों पर सैनिक ज्यादा से ज्यादा भार आसानी से संभाल सकें और साथ ही उनका संतुलन भी बना रहे।

रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में सैनिकों ने इस सूट के साथ लगभग 20 किलो वजन लेकर लंबी दूरी आसानी से तय की थी। एग्जोस्केलटन सूट पहनने पर भार पैर या कंधों पर पड़ने की बजाए पूरे शरीर में बंट जाता है, जिससे संतुलन बना रहता है। एक दूसरी तरह का सूट भी है, जिसमें बैटरी-जन्य बिजली लगती है। इसे पहनने पर सैनिक करीब 80 किलो तक का वजन आसानी से उठा सकते हैं।

ये भी पढ़ें... चीन की हर चाल होगी नाकाम: भारत उठाने जा रहा ये बड़ा कदम, ड्रैगन हो जाएगा पागल

Tags:    

Similar News