कांप उठा ये देश: आर रही भयंकर तबाही ''हागूपिट'', खाली कराए जा रहे इलाके

पूरी दुनिया में कोरोना फैलाने वाला चीन अब प्राकृतिक आपद की मार झेल रहा है। ड्रैगन पर कुदरत ने ऐसा कहर बरपाया है कि वो कई सालों तक नहीं भूल पाएगा। अब चीन पर बाढ़ के तूफान का खतरा मंडरा रहा है।

Update: 2020-08-03 13:21 GMT
Typhoon Hagupit

नई दिल्ली: पूरी दुनिया में कोरोना फैलाने वाला चीन अब प्राकृतिक आपदी मार झेल रहा है। ड्रैगन पर कुदरत ने ऐसा कहर बरपाया है कि वो कई सालों तक नहीं भूल पाएगा। अब चीन पर बाढ़ के तूफान का खतरा मंडरा रहा है।

खबरों के मुताबिक पूर्वी चीन में तूफान के कारण भारी बारिश होने की संभावना है। इसके कारण संवेदनशील तटीय क्षेत्रों को प्रशासन खाली करा रहा है। तूफान के कारण 90 किलोमीटर प्रति घंटे रफ्तार की हवाएं चल रही हैं और यह 25 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर पश्चिम की तरफ तेजी से बढ़ रही हैं।

चीन के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, हागूपिट तूफान के झेजियांग और फुजियान प्रांतों के बीच समुद्र तट से टकराने की संभावना है। यही नहीं इसका असर शंघाई में भी देखा जा सकता है।

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तूफान से लोगों के लोगों के मन में दहशत फैल गई है। इसी दहशत का नतीजा है कि फुजियान में समुद्र तटों पर मछली पकड़ने में लगे लोगों को बाहर निकाल दिया गया है। इसके अलावा पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया गया है। निर्माण स्थलों को कामकाज रोकने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

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मछुआरों से मछली पकड़ने की नौकाओं के साथ समुद्र में जाने से मना किया गया है। तूफान 'हागूपिट' का खतरा खतरा मंडर रहा है। इससे पहले देश के ज्यादातर हिस्सों में असामान्य बारिश के कारण आई बाढ़ से भीषण तबाही मची है। लोग अभी इस तबाही से उबरने की कोशिश कर रहे हैं। चीन ने बीते 60 सालों में इतनी अधिक बारिश नहीं हुई थी जिसके कारण अधिकतर शहर पानी में डूब गए।

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बाढ़ ने चीन को आठ अरब डॉलर से भी ज्यादा का नुकसान पहुंचाया है। नदियों के आसपास के क्षेत्रों में जून महीने से बाढ़ के कारण बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई। करीब 20 लाख लोगों को घरबार छोड़ना पड़ा है।

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