क्या कोई बड़ा ऐक्शन लेने जा रही है सरकार? टैंक, ट्रक और हथियार के साथ तैयार सेना
चीन के खिलाफ हॉन्ग कॉन्ग में पिछले महीनों से ही लगातार प्रदर्शन हो रहा है। इस प्रदर्शन की शुरुआत प्रत्यर्पण बिल के खिलाफ हुई थी, लेकिन अब हॉन्ग कॉन्ग के प्रमुख (चीफ एग्जेक्यूटिव) कैरी लैम का इस्तीफा और लोकतांत्रिक चुनाव को लेकर लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।
नई दिल्ली: चीन के खिलाफ हॉन्ग कॉन्ग में पिछले महीनों से ही लगातार प्रदर्शन हो रहा है। इस प्रदर्शन की शुरुआत प्रत्यर्पण बिल के खिलाफ हुई थी, लेकिन अब हॉन्ग कॉन्ग के प्रमुख (चीफ एग्जेक्यूटिव) कैरी लैम का इस्तीफा और लोकतांत्रिक चुनाव को लेकर लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।
इसी बीच चीन ने हॉन्ग कॉन्ग के नजदीकी शहर शेनझेन में सैन्य गतिविधि बढ़ा दी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग भी कर सकता है। सैन्य गतिविधियों का बढ़ना इस ओर इशारा कर रही हैं।
यह भी पढ़ें...बैन के बावजूद J-K में कैसे चल रहा था गिलानी का इंटरनेट?
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक शेनझेन बे स्पोर्ट्स सेंटर में 11 अगस्त को ही टैंक, ट्रक और अन्य गाड़ियों के साथ सेना पहुंच गई है। यहां सैकड़ों की संख्या में मौजूद चीनी पैरामिलिट्री के जवान रोज तैयारी में लगे हैं।
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट में एक जानकार के हवाले से कहा गया है कि चीनी सरकार कोई भी संदेह नहीं रखना चाहती, अगर जरूरत पड़ी, कार्रवाई की जाएगी।'
यह भी पढ़ें...हाॅलीवुड में आगरा की बेटी का जलवा, फिल्मों में दिखेगा हुनर
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन को किसी सैन्य कार्रवाई करने पर चेतावनी दी है। ट्रंप ने कहा कि चीन अगर हॉन्ग कॉन्ग में तियानमेन स्क्वायर की तरह कार्रवाई करता है तो इससे व्यापार वार्ता में मुश्किल आ सकती है।
कम्युनिस्ट चीन के इतिहास के सबसे बड़े राजनीतिक प्रदर्शन को रोकने के लिए 1989 में बीजिंग के तियानमेन स्क्वायर पर सैन्य कार्रवाई की गई थी। सेना ने टैंक और अन्य हथियारों के साथ हमला किया था। इसमें हजारों लोगों की मौत हो गई थी।
यह भी पढ़ें...इमरान खान की हालत खराब, अब मांग रहे दुनियाभर में मदद
मीडिया रिपोर्ट में बीजिंग में हॉन्ग कॉन्ग पॉलिसी मामलों के रिसर्च इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर तिआन फीलॉन्ग के मुताबिक बीजिंग के अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों के व्यवहार को आतंक के करीब बताया है। उनका कहना है कि चीन नजर बनाए हुए है और तब तक हस्तक्षेप नहीं करेगा जबकि हॉन्ग कॉन्ग की स्थानीय सुरक्षा एजेंसियां प्रदर्शनों पर काबू कर पा रही हैं, लेकिन अगर स्थानीय प्रशासन के पीछे हटने की स्थिति आई तो चीन सैनिक कार्रवाई कर सकता है।