चीन: शी जिनपिंग की दूसरी किताब 16 देशों में प्रकाशित
राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भाषणों और विचारों की संग्रहण किताब 'शी जिनपिंग : चीन का शासन' को प्रकाशित और अनुवादित करने के लिए 16 देशों के प्रमुख प्रकाशक हाउसेस ने चीन के विदेशी भाषा प्रेस(एफएलपी) के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया है। एफएलपी के अनुसार, ये देश इटली, पौलेंड, यूक्रेन, अल्बानिया, रोमानिया, केन्या, तजाकिस्तान, वियतनाम, पाकिस्तान, बांग्लादेश, कंबोडिया, लाओस, मंगोलिया, नेपाल, श्रीलंका और अफगानिस्तान हैं।
बीजिंग: राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भाषणों और विचारों की संग्रहण किताब 'शी जिनपिंग : चीन का शासन' को प्रकाशित और अनुवादित करने के लिए 16 देशों के प्रमुख प्रकाशक हाउसेस ने चीन के विदेशी भाषा प्रेस(एफएलपी) के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया है। एफएलपी के अनुसार, ये देश इटली, पौलेंड, यूक्रेन, अल्बानिया, रोमानिया, केन्या, तजाकिस्तान, वियतनाम, पाकिस्तान, बांग्लादेश, कंबोडिया, लाओस, मंगोलिया, नेपाल, श्रीलंका और अफगानिस्तान हैं।
सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी और अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित 'शी जिनपिंग : चीन का शासन' का दूसरा अंक सात नंवबर को प्रकाशित हुआ था। चीनी सरकार इसे फ्रेंच, रूसी और स्पेनिश भाषा में अनुवादित और प्रकाशित करने की प्रक्रिया में है।
नए अंक में शी के 99 भाषणों, बातचीत, सलाह और पत्रों का संकलन है। लेखों को 17 टॉपिकों में बांटा गया है और किताब में कुछ टिप्पणी भी है।
एफएलपी के अनुसार, नए प्रकाशित अंक से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को शी के विचारों को जानने में मदद मिलेगी।
'शी जिनपिंग : चीन का शासन' की पहली प्रति वर्ष 2014 में प्रकाशित हुई थी और 24 भाषाओं में इसकी लगभग 66 लाख प्रति विभिन्न देशों में बिकी थी।
-आईएएनएस