Pakistan News: लगातार हमलों से पाक में मचा हड़कंप, आर्मी छोड़कर भागने लगे सैनिक, एक हफ्ते के भीतर ढाई हजार ने छोड़ी नौकरी
Pakistan News: पाकिस्तान में लगातार हो रहे हमलों के कारण हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। इन हमलों में सेना और सुरक्षा बलों को निशाना बनाया जा रहा है।;
Continuous attacks in Pakistan (Photo: Social Media)
Pakistan News: पाकिस्तान में लगातार हो रहे हमलों के कारण हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। इन हमलों में सेना और सुरक्षा बलों को निशाना बनाया जा रहा है। बलूचिस्तान और ख़ैबर पख्तूनवा में हुए हमलों में पाकिस्तान सेना के काफी संख्या में जवान मारे गए हैं। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी की ओर से काफी संख्या में सैनिकों को मारने का दावा किया गया है जबकि पाक सेना की ओर से मरने वालों की संख्या कम बताई गई है।
देश में सुरक्षा की लगातार बिगड़ती स्थिति के कारण हालात बेकाबू होते दिख रहे हैं। इन हमलों के कारण सेवा के जवान भी भयभीत दिख रहे हैं और पिछले एक हफ्ते के दौरान करीब ढाई हजार जवान पाक सेना छोड़ चुके हैं। नौकरी छोड़ने वाले जवान जान जोखिम में डालकर सेना में काम करने को तैयार नहीं थे। अब उन्होंने अरब देशों को अपना ठिकाना बनाया है।
पाक सेना से इस्तीफा दे रहे जवान
काबुल फ्रंटलाइन की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान सेना के जवानों के भीतर अब धीरे-धीरे असुरक्षा की भावना घर करती जा रही है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी की ओर से हाल के दिनों में सेना पर घातक हमले किए गए हैं। बीएलए ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया था जिसमें काफी संख्या में जवान मारे गए थे। इस घटना के अलावा फिदायीन हमले में भी काफी संख्या में जवानों को मारे जाने की खबर है। बीएलए की ओर से 90 जवानों को मारे जाने का दावा किया गया है।
लगातार हो रहे हमलों और पाकिस्तान की बिगड़ती आर्थिक स्थिति को देखते हुए सैनिकों ने पाक आर्मी की नौकरी छोड़नी शुरू कर दी है। वे अब अपनी जान को जोखिम में डालने के लिए तैयार नहीं है और विदेश जाकर आर्थिक रूप से खुद को सुरक्षित बनाना चाहते हैं। नौकरी छोड़ने वाले अधिकांश जवानों ने सऊदी अरब, कतर, यूएई और कुवैत आदि देशों को अपना ठिकाना बनाया है।
देश की सुरक्षा के गंभीर चुनौती सामने
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति बिगड़ने के कारण सेना का मनोबल टूट रहा है। पिछले एक हफ्ते के दौरान ढाई हजार जवान नौकरी छोड़ चुके हैं। पाकिस्तान सरकार के लिए यह चिंता का बड़ा कारण बनता जा रहा है। सैनिकों का पलायन ऐसे समय में शुरू हुआ है जब देश सुरक्षा के मामले में गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है।
पाकिस्तान सेना के भीतर हालात काफी ज्यादा खराब बताए जा रहे हैं। जानकारों का मानना है कि मनोबल टूटने के कारण पाक सेना की कार्यक्षमता पर भी आने वाले दिनों में बड़ा असर पड़ने की संभावना है।
हमलों से पाक हुकूमत और सेना पर बढ़ा दबाव
पाकिस्तान की सेना में मचे हड़कंप पर देश के किसी भी सैन्य अधिकारी की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है। पाकिस्तान के मीडिया ने भी इस बाबत चुप्पी साध रखी है और सैनिकों के नौकरी छोड़ने के संबंध में कोई खबर नहीं दी है। हालांकि काबुल फ्रंटलाइन की रिपोर्ट में इस बाबत विस्तृत खुलासा किया गया है। वैसे जानकारों का करना है कि शहबाज सरकार और पाकिस्तान की सेना को जवानों के गिरते मनोबल का जल्द समाधान खोजना होगा नहीं तो काफी मुश्किल स्थिति पैदा हो सकती है।
दूसरी ओर बीएलए की बढ़ती गतिविधियों के कारण पाकिस्तान हुकूमत और सेना पर दबाव बढ़ता जा रहा है। ऐसे में सैनिकों का गिरता मनोबल पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी माना जा रहा है। आने वाले दिनों में सेना छोड़ कर जाने वाले सैनिकों की संख्या में बढ़ोतरी से इनकार नहीं किया जा सकता। पाकिस्तान में बढ़ती असुरक्षा, महंगाई और आर्थिक संकट को इसका बड़ा कारण माना जा रहा है मगर पाकिस्तान हुकूमत इन समस्याओं को सुलझाने में नाकाम दिख रही है।