Corona Vaccination: 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन, फाइजर ने अमेरिका में ट्रायल की मांगी अनुमति
Corona Vaccination: फाइजर ने अमेरिका में पांच साल से कम उम्र के बच्चों पर कोविड वैक्सीन के ट्रायल की अनुमति मांगी है।
Corona Vaccination: दुनियाभर में कोरोना का कहर जारी है। 2020 में आए पहली लहर के बाद ये तीसरा है साल जब कोरोना का खौफ अब भी बना हुआ है। अब तक केवल व्यस्कों को अपने चपेट में लेने वाला कोरोना वायरस अब बच्चों में भी तेजी से फैलने लगा है। कोरोना संक्रमण के इस भयावह संस्करण ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता और बढ़ा दी है। ऐसे में अमेरिकी वैक्सीन निर्माता कंपनी फाइजर ने इस मोर्चे पर एक बड़ी खुशखबरी दी है।
फाइजर ने अमेरिका में पांच साल से कम उम्र के बच्चों पर कोविड वैक्सीन के ट्रायल की अनुमति मांगी है। माना जा रहा है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो मार्च महीने की शुरूआत से कम उम्र के बच्चों को कोरोना की वैक्सीन पहली डोज लगनी शुरू हो जाएगी। बता दें कि यूएस के फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन ने फाइजर और उसके सहयोगी बायोएनटेक से कंपनियों की योजना से पहले आवेदन करने का अनुरोध किया था।
कम उम्र के बच्चों को कोविड वैक्सीन की डोज देने की मांग
दरअसल अमेरिका में बच्चों में कोरोना संक्रमण फैलने के बाद लोगों ने कम उम्र के बच्चों को कोविड वैक्सीन की डोज देने की मांग उठाई थी। मां – बाप उस समय बेहद परेशान दिखे जब ओमिक्रोन वेरिएंट की चपेट में आए कई युवाओं को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।
एफडीए की सहमति के बाद वयस्कों को दी जाने वाली खुराक के केवल दसवें हिस्से वाले फाइडर शार्टस को 6 महीने से कम उम्र के बच्चों को दिया जा सकता है। एक आंकड़े के अनुसार ,यूएस में 5 साल से कम आयू वर्ग के करीब 19 मिलियन बच्चे ऐसे हैं जो अभी तक कोरोना वैक्सीन की खुराक लेने के योग्य नहीं हैं।
फाइजर बोली जल्द पूरी होगी प्रक्रिया
वैक्सीन निर्माता कंपनी फाइजर ने कहा कि उसने फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन को अपना डेटा सबमिट करना शुरू कर दिया है। कुछ दिनों में ये प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है। फाइजर तीन खुराक का परीक्षण कर रहा है क्योंकि दो अतिरिक्त कम खुराक बच्चों के लिए काफी है।
अभी फिलहाल छोटे बच्चों पर एफडीए वैक्सीन की दो शॉट्स की ही अनुमति देगी। तीसरी खुराक को बाद में मंजूरी दी जा सकती है। फाइजर के शुरूआती आंकड़ों से पता चला है कि टीका जो छोटे बच्चों को व्यस्कों के टीके की तुलना के हिसाब से दसवें हिस्से में दिया जाता है, सुरक्षित है और कोरोना के खिलाफ एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा करता है।
बता दें कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना से निपटने का सक्षम हथियार अब भी केवल कोविड वैक्सीन ही है। ऐसे में इसकी जरूरत है कि अधिक से अधिर लोगों को इनमे व्यस्क के साथ बच्चे भी शामिल हैं वैक्सीन की सभी जरूरी खुराकें लगें।