Corona Virus: ईरान में डेल्टा वेरियंट से कोरोना की पांचवीं लहर, हो सकती है सबसे खतरनाक
कोरोना से बुरी तरह प्रभावित ईरान में अब महामारी की पांचवीं लहर की दस्तक है। ये लहर ला रहा है कोरोना वायरस का बेहद संक्रामक डेल्टा वेरियंट जो ईरान के दक्षिणी और दक्षिणपूर्वी प्रान्तों में तेजी से फैलता जा रहा है।
Corona Virus: कोरोना से बुरी तरह प्रभावित ईरान में अब महामारी की पांचवीं लहर की दस्तक है। ये लहर ला रहा है कोरोना वायरस का बेहद संक्रामक डेल्टा वेरियंट जो ईरान के दक्षिणी और दक्षिणपूर्वी प्रान्तों में तेजी से फैलता जा रहा है। अमेरिकी प्रतिबंध झेल रहे ईरान के पास वैक्सीनों का भी टोटा है जिसके चलते हालात और खराब हो गए हैं।
बिगड़ती स्थिति से निपटने के लिए ईरान के 266 शहरों में आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इन शहरों से न कोई बाहर जा सकता है और न कोई यहां आ सकता है। रेड व ऑरेंज कैटेगरी के इन शहरों के भीतर भी रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है।
ईरान के प्रेसिडेंट हसन रूहानी ने जताई चिंता
ईरान के प्रेसिडेंट हसन रूहानी ने हालात पर चिंता जताते हुए लोगों से अपील की है कि वे मास्क और सोशल डिस्टेनसिंग समेत सभी जरूरी सावधानियां बरतें।रूहानी ने कोरोना टास्क फोर्स की बैठक में कहा कि अगर हम पर्याप्त रूप से सावधान नहीं रहे तो देश को पांचवीं लहर का सामना करना पड़ेगा।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, ईरान में कोरोना से अब तक 85 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। पूरे मिडिल ईस्ट में ईरान की हालत सबसे खराब रही है और 8 करोड़ 30 लाख की आबादी वाले इस देश में 32 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं।
पिछले साल कोरोना की पहली लहर के दौरान ईरान में बहुत से भारतीय तीर्थयात्री संक्रमित हो गए थे। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश के 32 प्रान्तों में से आधे में कोरोना संक्रमण फैल रहा है। इन प्रान्तों की 92 काउंटी यानी जिलों को अब 'लाल' कैटेगरी में रखा गया है। ये कैटेगरी सबसे तीव्र स्थिति वाली है।
ईरान के सिस्तान और बलूचिस्तान प्रान्त में रोजाना1200 केस मिल रहे हैं और औसतन 20 मौतें रोजाना हो रही हैं। ये दोनों जिले पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा से सटे हुए हैं। राजधानी तेहरान में बन्दिशें लगा दी गई हैं। 70 फीसदी कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा गया है।
वैक्सीनेशन की सुस्त रफ्तार
ईरान में वैक्सीनेशन का काम बड़ी धीमी रफ्तार से चल रहा है। वैक्सीनेशन सेंटरों में भीड़, अफरातफरी आम बात हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तककरीब 45 लाख लोगों यानी 5 फीसदी आबादी को वैक्सीन की कम से कम एक डोज़ लग चुकी है।
ईरान को रूस, चीन, क्यूबा और भारत के अलावा कोवैक्स से वैक्सीनें मिली हैं। लेकिन वैक्सीनों का आयात बार बार बाधित हुआ है जिससे वैक्सीनेशन का काम हफ़्तों तक रोक रोक कर चलाना पड़ा है। वैक्सीनेशन में दिक्कतें अमेरिका के प्रतिबंधों के कारण भी आ रही हैं।