Coronavirus In Britain: ब्रिटेन में कोरोना का आक्रामक रूप, प्रधानमंत्री पर विपक्ष का आरोप, कहा जॉनसन स्वरूप
Coronavirus In Britain: ब्रिटेन में कोरोना का डेल्टा वैरिएंट आने से मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। विपक्षी लेबर पार्टी ने डेल्टा स्वरूप के मामलों में तेजी आने को लेकर प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को कसूरवार ठहराया है।
Coronavirus In Britain: ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्वरूप ने कहर ढाया हुआ है। कोरोना का डेल्टा वैरिएंट आने से यहां संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। ऐसे में विपक्षी लेबर पार्टी ने कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप के मामलों में तेजी आने को लेकर प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को कसूरवार ठहराया है।
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा भारत से यात्रियों के आने पर रोक लगाने के फैसले को देर से लागू करने को लेकर विपक्षियों ने जिम्मेदार ठहराया। कोरोना वायरस का यह स्वरूप सबसे पहले भारत में सामने आया था। जिसकी वजह से मामलों में बढ़ोत्तरी होने से ब्रिटेन में लॉकडाउन को चार और हफ्तों के लिए आगे 19 जुलाई तक बढ़ाना पड़ा है।
प्रधानमंत्री पर गंभीर आरोप
ऐसे में लेबर शैडो गृह मंत्री निक थॉमस सायमंड्स ने इसे 'जॉनसन स्वरूप' करार दिया और जहां से यात्रा पर प्रभावी रूप से रोक लगा दी गई। साथ ही उन देशों की 'लाल सूची' में भारत को शामिल नहीं किए जाने को लेकर ब्रिटिश प्रधानमंत्री पर 'अविश्वसनीय रूप से लापरवाह' कृत्य का आरोप लगाया। इस लाल सूची में शामिल सभी देशों से ब्रिटश नागरिकों के लौटने पर उन्हें होटल में जरूरी तौर पर पृथकवास में रहना पड़ता।
इस बारे में आधिकारिक जानकारी के अनुसार, अप्रैल की शुरुआत से 23 अप्रैल तक भारत को इस सूची में शामिल किए जाने तक भारत से यहां पहुंचे करीब 20 हजार से ज्यादा यात्री कोरोना डेल्टा स्वरूप से संक्रमित हो सकते हैं।
जिस पर निक थॉमस सायमंड्स ने हाउस ऑफ कॉमन्स में अपने भाषण में कहा, 'यह देरी इसलिए हो रही है क्योंकि विदेशों में पहली बार पहचाने गए वायरस के इस स्वरूप को देश में जड़े जमाने दी गईं।'
आगे उन्होंने कहा, 'यह होने का सिर्फ और सिर्फ एक कारण है- कंजर्वेटिव मंत्रियों का सीमा पर उपायों में बरती गई ढील। कोरोना के डेल्टा स्वरूप को लेकर उन्होंने पहली बार भारत में सामने आए डेल्टा स्वरूप को यहां जड़ें जमाने दीं। इसके साथ ही वह कहते हैं जो यह है। इसका आरोप उन्हीं पर डालते हैं जिनके जिम्मे यह होना चाहिए। इस देश में यह 'जॉनसन स्वरूप' है। जो कि ब्रिटेन की स्थिति आज ये हो गई है।