सावधान सभी देश: प्रजनन कर रहा कोरोना का नया स्ट्रेन, हुआ चौंकाने वाला खुलासा

यूके में मिले कोरोना के प्रजनन की गति 1.1 से 1.3 के बीच है। जबकि वैज्ञानिकों का मानना था कि इसकी गति 0.6 से 1.0 के नीचे हो सकती है। नया स्ट्रेन सभी उम्र को लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है।

Update: 2021-01-04 10:01 GMT
सबधान सभी देश: प्रजनन कर रहा कोरोना का नया स्ट्रेन, हुआ चौंकाने वाला खुलासा

नई दिल्ली: कोरोना वायरस वैक्सीन (Corona Virus Vaccine) को देश में इजाजत मिलने की खुशखबरी के बीच नए स्ट्रेन (Covid-19 New Strain) को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। एक स्टडी में यह खुलासा हुआ है कि कोरोना का नया वेरिएंट बहुत ज्यादा तेजी से प्रजनन (Reproduction) कर रहा है। इसके प्रजनन की गति वैज्ञानिकों की उम्मीद से भी कहीं अधिक है। यहीं वजह है कि नया स्ट्रेन पुराने कोरोना वायरस से काफी ज्यादा संक्रामक है।

क्या है नए स्ट्रेन के प्रजनन की गति?

ब्रिटेन में हुई एक नई स्टडी के मुताबिक, ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन में पिछले वायरस से बहुत ज्यादा अंतर है। बताया जा रहा है कि यूके में मिले कोरोना के प्रजनन की गति 1.1 से 1.3 के बीच है। जबकि वैज्ञानिकों का मानना था कि इसकी गति 0.6 से 1.0 के नीचे हो सकती है। लंदन इंपीरियल कॉलेज के प्रोफेसर एक्सेल गैंडी ने बताया कि महामारी के शुरू होने के बाद से अब तक वायरस में हुआ यह सबसे अधिक खतरनाक बदलाव है। इसी वजह से यह इतनी तेजी से फैल रहा है।

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(फोटो- सोशल मीडिया)

हर उम्र के लोगों को ले रहा है चपेट में

उन्होंने बताया कि अब यूरोपीय देशों में नए कोरोना वायरस के चलते ज्यादा लोग संक्रमित हो रहे हैं। इससे पहले एक स्टडी में यह सामने आया था कि कोरोना का नया स्ट्रेन 20 साल से कम उम्र के लोगों को सबसे ज्यादा अपनी चपेट में ले रहा है। लेकिन बाद में की गई स्टडी में मिले नए डेटा के मुताबिक, अब कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन हर उम्र के लोगों को संक्रमित कर रहा है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रो. जिम नाईस्मिथ का कहना है कि नई स्टडी के मुताबिक, अब दुनिया में ज्यादा सख्त प्रतिबंध लगाने पड़ेंगे।

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दुनिया में कड़े प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता

ऐसा कहा जा रहा है कि अगर नए स्ट्रेन से बचने के लिए ज्यादा कड़े प्रतिबंध नहीं लगाए गए तो पिछले वायरस के मुकाबले कई गुना ज्यादा तेजी से फैलेगा और नए कोरोना के ज्यादा मामले अस्पतालों में दिखाई देंगे। वहीं वॉरविक यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर लॉरेंस यंग ने बताया कि शुरुआती स्टडी के मुताबिक कहा जा रहा था कि कोरोना के खिलाफ जो वैक्सीन बन रही है वो नए स्ट्रेन के खिलाफ भी प्रभावी होगी, लेकिन पुराने कोविड-19 के लिए वैक्सीन इस पर ज्यादा असरदार नहीं होगी।

(फोटो- सोशल मीडिया)

नए स्ट्रेन को लेकर है ये डर

उन्होंने बताया कि नया वायरस व्यक्ति के शरीर में रहकर ही खुद को बदल ले रहा है। इसलिए पुराने कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन भी इस पर ज्यादा प्रभावी नहीं होगी, क्योंकि इसमें म्यूटेशन की दर काफी ज्यादा है। इसके अलावा आशंका जताई गई है कि कहीं नया स्ट्रेन अभी बन रही वैक्सीन्स से लड़कर और ज्यादा खतरनाक या संक्रामक न हो जाए। वो मौजूदा वैक्सीनों के खिलाफ खुद ही प्रतिरोधक क्षमता विकसित ना कर ले। इंग्लैंड के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा इसलिए इसे VOC यानी वैरिएंट ऑफ कंसर्न 202012/01 (Variant of Concern 202012/01) नाम दिया है।

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