Flood in Pakistan: पाकिस्तान में बरसात से तबाही, एक हजार मौतें और 42 लाख लोग प्रभावित, नेशनल इमरजेंसी लागू

Flood in Pakistan: पाकिस्तान में मानसूनी बारिश ने तबाही मचा रखी है। लगातार बारिश से जगह जगह विनाशकारी बाढ़ आई हुई है और एक हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। हालात को देखते हुए सरकार ने "राष्ट्रीय आपातकाल" घोषित कर दिया है।

Report :  Neel Mani Lal
Update:2022-08-27 13:57 IST

Floods in Pakistan news (image social media)

Floods in Pakistan: पाकिस्तान में मानसूनी बारिश ने तबाही मचा रखी है। लगातार बारिश से जगह जगह विनाशकारी बाढ़ आई हुई है और एक हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। हालात को देखते हुए सरकार ने "राष्ट्रीय आपातकाल" घोषित कर दिया है। अतिवृष्टि और बाढ़ से 3 करोड़ से ज्यादा लोग घर से बेघर हो चुके हैं। पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अनुसार, सबसे बुरा हाल बलूचिस्तान और सिंध का है। इस दक्षिण-पश्चिमी प्रांत के बड़े हिस्से जलमग्न रह गए हैं, जो 2010 की विनाशकारी बाढ़ की याद दिलाते हैं।

हताहतों में आधे से अधिक बलूचिस्तान और दक्षिणी सिंध प्रांत के हैं, जहां रिकॉर्ड बारिश के बीच क्रमश: 234 और 306 लोगों की मौत हो गई। लोगों का कहना है कि इस साल की बारिश अभूतपूर्व रही है।2010 की बाढ़ में भी हालात इतने बुरे नहीं थे। हमें अपना गाँव कभी नहीं छोड़ना पड़ा लेकिन इस बार सब कुछ नष्ट हो गया है। चार प्रांतों के 100 से अधिक जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। बाढ़ की वजह से बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा का देश के बाकी हिस्सों से संपर्क कट गया है क्योंकि कई राजमार्ग और पुल बाढ़ से बह गए हैं।

एनडीएमए के पूर्वानुमान के अनुसार, पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा के कुछ हिस्सों में अगले कुछ दिनों में बहुत अधिक से लेकर असाधारण रूप से उच्च स्तर की बाढ़ का सामना करना पड़ सकता है। बलूचिस्तान में और अधिक अचानक बाढ़ आने का खतरा है। जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की संघीय मंत्री शेरी रहमान ने कहा है कि देश में राहत प्रयासों का नेतृत्व करने के लिए इस्लामाबाद में एनडीएमए मुख्यालय में एक "वॉर रूम" स्थापित किया गया है। रहमान ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने में अधिकारियों की अक्षमता के कारण "राक्षसी" बारिश राहत प्रयासों को मुश्किल बना रही है।

जबकि आम तौर पर देश में मानसून बारिश के केवल तीन से चार चक्र होते हैं। उन्होंने कहा कि।सितंबर में बारिश का एक और चक्र के फिर से उभरने की संभावना है।।सबसे ज्यादा प्रभावित दो प्रांतों - बलूचिस्तान और सिंध में इस साल क्रमश: 298 मिमी और 689 मिमी बारिश हुई है, जो 30 साल के औसत से लगभग 400 प्रतिशत अधिक है। इस बीच प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने यूनाइटेड किंगडम की अपनी आधिकारिक यात्रा स्थगित कर दी है। उन्होंने दशकों में सबसे खराब बाढ़ के बीच मित्र देशों और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से मदद की अपील की है।

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