टाइम पर्सन ऑफ ईयर चुनने पर ग्रेटा को मिली बधाई, ट्रंप ने कहा-'बेहद हास्यास्पद'

पर्यावरण ऐक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने यूनाइटेड स्टेट के जलवायु सम्मेलन में पर्यावरण को बचाने में नाकाम रहने पर विश्व नेताओं को नसीहत दी थी इस वजह से एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। पर्यावरण ऐक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग को टाइम के पर्सन ऑफ ईयर चुने जाने के बाद दुनियाभर से बधाइयां मिलीं, लेकिन विश्व के ताकतवर नेताओं में शुमार अमेरिकी

Update: 2019-12-12 17:17 GMT

अमेरिका: पर्यावरण ऐक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने यूनाइटेड स्टेट के जलवायु सम्मेलन में पर्यावरण को बचाने में नाकाम रहने पर विश्व नेताओं को नसीहत दी थी इस वजह से एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। पर्यावरण ऐक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग को टाइम के पर्सन ऑफ ईयर चुने जाने के बाद दुनियाभर से बधाइयां मिलीं, लेकिन विश्व के ताकतवर नेताओं में शुमार अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप को ग्रेटा की यह उपलब्धि पसंद नहीं आई और उन्होंने तो ग्रेटा को गुस्से पर काबू रखने की नसीहत तक दे डाली।

ट्रंप ने ट्वीट किया, 'बेहद हास्यास्पद। ग्रेटा को अपने ऐंगर मैनेजमेंट की समस्या पर काम करना चाहिए, इसके बाद उन्हें अपने एक दोस्त के साथ अच्छी ओल्ड फैशन्ड फिल्म देखने चाहि। शांत हो जाओ ग्रेटा, शांत।'



सितम्बर में स्वीडन की 16 साल की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने संयुक्त राष्ट्र के उच्चस्तरीय जलवायु सम्मेलन के दौरान अपने भाषण से संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस सहित दुनिया के बड़े नेताओं को झकझोर दिया था। ग्रेटा ने अपने भाषण में कहा, "आपने हमारे सपने, हमारा बचपन अपने खोखले शब्दों से छीना. हालांकि, मैं अभी भी भाग्यशाली हूं। लेकिन लोग झेल रहे हैं, मर रहे हैं, पूरा ईको सिस्टम बर्बाद हो रहा है।" अपने संबोधन के दौरान ग्रेटा भावुक हो गई और कहा, हमें असफल कर दिया। युवा समझते हैं कि आपने हमें छला है। हम युवाओं की आंखें आप लोगों पर हैं और अगर आपने हमें फिर असफल किया तो हम आपको कभी माफ नहीं करेंगे।"

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ग्रेटा ने कहा, "हम सामूहिक विलुप्ति की कगार पर हैं और आप पैसों और आर्थिक विकास की काल्पनिक कथाओं के बारे में बातें कर रहे हैं. आपने साहस कैसे किया?" ग्रेटा ने कहा कि दुनिया जाग चुकी है और यहां इसी वक्त लाइन खींचनी होगी।ग्रेटा ने दुनियाभर के बच्चों और आज की युवा पीढ़ी की आवाज को सामने रखते हुए कहा कि युवाओं को समझ में आ रहा है कि जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर आपने हमें छला है और अगर आपने कुछ नहीं किया तो युवा पीढ़ी आपको माफ नहीं करेगी।

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