एलन मस्क ने भी किया UNSC में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन, अब अमेरिका बोला- ‘कुछ सुधार की....’

UNSC India Membership: अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) सहित संयुक्त राष्ट्र संस्थानों में सुधार के लिए समर्थन की पेशकश की है।

Update: 2024-04-18 04:13 GMT

UNSC India Membership: बीते कई वर्षों से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारत के स्थायी सदस्य बनाने की मांग जोर पकड़े हुए है। परिषद के स्थायी सदस्यों में चीन को छोड़कर अधिकांश सदस्य भारत समर्थन में हैं। अमेरिका भी स्थायी सदस्य बनाने के लिए भारत का समर्थन कर रहा है। दुनिया के दिग्गज कारोबारी एवं टेस्ला के सीईओ एनल मस्क ने भी भारत का UNSC में स्थायी सदस्य बनाने की वकालत की है। एनल मस्क के इस बयान पर अमेरिका सरकार की ओर एक सकारात्मक जवाब आया है और संयुक्त राष्ट्र संस्थानों में सुधार के समर्थन की पेशकश की है।

संयुक्त राष्ट्र संस्थानों में कुछ सुधार की जरूरत

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) सहित संयुक्त राष्ट्र संस्थानों में सुधार के लिए समर्थन की पेशकश की है।

एलन मस्क के जवाब पर वेदांत पटेल की प्रतिक्रिया

यूएनएससी में भारत की स्थायी सीट की कमी के बारे में टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने एक बयान दिया था, जिस पर वेदांत पटेल ने कहा कि राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपनी टिप्पणी में पहले भी इस बारे में बात की है और सचिव ने भी इस ओर इशारा किया है। हम निश्चित रूप से सुरक्षा परिषद सहित संयुक्त राष्ट्र संस्था में सुधारों का समर्थन करते हैं, ताकि इसे 21वीं सदी की दुनिया, जिसमें हम रह रहे हैं, को प्रतिबिंबित किया जा सके। हालांकि वो कदम क्या हैं, यह बताने के लिए मेरे पास अधिकार नहीं है, मगर हम इसे स्वीकार करते हैं। सुधार की आवश्यकता है।

UNSC में भारत को सीट न मिलना बेतुका

दरअसल, बीते जनवरी, 2024 में भारत को UNSC में स्थायी सीट न मिलने पर एक्स के मालिक एलन मस्क ने इसको ‘बेतुका’ कहा था। तब मस्क ने कहा था कि जिन देशों के पास जरूरत से अधिक ताकत है, वह इसको छोड़ना नहीं चाहते। एक्स पर एक पोस्ट में एलन मस्क ने कहा कि कुछ बिंदु पर संयुक्त राष्ट्र निकायों में संशोधन की आवश्यकता है। समस्या यह है कि जिनके पास अधिक शक्ति है वे इसे छोड़ना नहीं चाहते। पृथ्वी पर सबसे अधिक आबादी वाला देश होने के बावजूद भारत को सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट न मिलना बेतुका है। इसके अलावा एलन मस्क ने अफ्रीका को सामूहिक रूप से आईएमओ की एक स्थायी सीट मिलने की भी वकालत की थी।

परिषद में 15 देश शामिल

बता दें कि यूएनएससी में 15 सदस्य देश शामिल हैं। इसमें पांच स्थायी देश हैं, इन देशों के पास वीटो शक्ति है, जबकि 10 देश गैर-स्थायी सदस्य के रूप में शामिल हैं और इन चुनाव हर दो साल में किया जाता है। परिषद में पांच स्थायी सदस्यों में चीन, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं। भारत भी लंबे समय से विकासशील दुनिया के हितों का बेहतर प्रतिनिधित्व करने के लिए सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट की मांग कर रहा है।

संकल्प पत्र में UNSC सीट दिलाने का वादा

इतना ही नहीं, भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव के अपने चुनावी घोषणापत्र 'संकल्प पत्र' में राष्ट्र सुरक्षा परिषद में देश के लिए स्थायी सदस्यता हासिल करने का वादा किया है। इस वादे पर घोषणापत्र में भाजपा ने कहा कि हम वैश्विक निर्णय लेने में भारत की स्थिति को ऊपर उठाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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