एस जयशंकर ने किया UN महासभा को संबोधित-UNSC में बदलाव जरूरी, कूटनीति और बातचीत से ही कम होगा तनाव
UNGA में अपने संबोधन में भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, 'वे दिन ख़त्म हो गए जब कुछ देश एजेंडा तय किया करते थे। दूसरों से उसके अनुसार चलने की उम्मीद करते थे।'
S Jaishankar addresse UNGA: भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने मंगलवार (26 सितंबर) को संयुक्त राष्ट्र आमसभा को संबोधित किया। न्यूयॉर्क में UNGA में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कई मुद्दों पर भारत का पक्ष रखा। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, 'ऐसे समय जब पूर्व-पश्चिम ध्रुवीकरण (East-West Polarization) इतना तेज है और उत्तर-दक्षिण विभाजन (North-South Divide) इतना गहरा है, नई दिल्ली शिखर सम्मेलन भी इस बात की पुष्टि करता है कि कूटनीति और संवाद ही एकमात्र प्रभावी समाधान है।
भारतीय विदेश मंत्री ने आगे कहा, 'वे दिन ख़त्म हो गए जब कुछ देश एजेंडा तय किया करते थे। दूसरों से उसके अनुसार चलने की उम्मीद करते थे।' केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने UN महासभा को संबोधित करते हुए शुरुआत 'भारत से नमस्ते' बोलकर की। उन्होंने कहा, 'नमस्ते फ्रॉम भारत। इसके बाद महासभा में तालियों की गड़गड़ाहट सुनाई दी।
जयशंकर- कूटनीति और बातचीत से ही होगा तनाव कम
UN महासभा में एस जयशंकर ने कहा, 'संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में बदलाव होना जरूरी है। उन्होंने ये भी कहा कि, कूटनीति और बातचीत से ही दुनिया में तनाव को कम किया जा सकता है। भारतीय विदेश मंत्री ने अपने संबोधन में आगे कहा, 'भारत अपनी जिम्मेदारी महसूस करता है। दुनिया की वित्तीय संस्थाओं में बदलाव अवश्य होना चाहिए।'
जयशंकर- विश्व से भूख और गरीबी को मिटाना है
एस जयशंकर ने कहा, 'यूएनएससी में बदलाव होना चाहिए। दुनिया उथल-पुथल के दौर से गुजर रही है। कूटनीति (World Diplomacy) और बातचीत ही तनाव को कम कर सकती है। विश्व से भूख और गरीबी को मिटाना है। इसके लिए भारत हर कदम साथ है। दुनिया में कई जगह संघर्ष चल रहे हैं। दुनिया के सामने कई बड़ी चुनौती है।'
G20 में अफ्रीकन यूनियन को मिली स्थाई सदस्यता
इस जयशंकर ने आगे कहा, 'भारत में हाल ही में G20 समिट संपन्न हुआ। भारत की पहल की वजह से G20 में अफ्रीकन यूनियन (African Union in G20) को स्थाई सदस्यता मिली। ऐसा करके हमने पूरे महाद्वीप को एक आवाज दी। इस दिशा में हम प्रयासरत थे। ये उनका हक था, जो मिला। इस महत्वपूर्ण कदम से संयुक्त राष्ट्र (United Nations), जो उससे भी पुराना संगठन है, सुरक्षा परिषद (security Council) को समसामयिक बनाने के लिए प्रेरित होना चाहिए।'
'वृद्धि और विकास' पर भी बोले जयशंकर
UNGA में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, 'यह मानते हुए कि वृद्धि और विकास (Growth and Development) को सबसे कमजोर लोगों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, हमने Voices of the Global South Summit बुलाकर अध्यक्षता शुरू की। हमें इससे 125 देशों को सीधे सुनने और उनकी चिंताओं को G20 एजेंडा में रखने में सक्षम बनाया गया। परिणाम ये निकला कि वैश्विक स्तर पर ध्यान आकर्षित करने वाले मुद्दों पर निष्पक्ष सुनवाई हुई। इससे भी ज्यादा, विचार-विमर्श से ऐसे रिजल्ट निकले जिनका अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए बहुत महत्व रहा है।'