Extreme Heat In Europe: यूरोप में प्रचंड गर्मी, ठंडे मुल्कों में पारा 44 के पार, लोगों की जान पर बनी
Extreme Heat In Europe: दक्षिणी गोलार्ध में गर्मी का मौसम शुरू हुआ है और अभी से समूचा यूरोप भीषण गर्मी की चपेट में है। पारा 40 डिग्री से ऊपर बना हुआ है। कई जगह जंगल धधक रहे हैं।
Extreme Heat In Europe: दक्षिणी गोलार्ध में गर्मी का मौसम शुरू हुआ है और अभी से समूचा यूरोप भीषण गर्मी की चपेट में है। पारा 40 डिग्री से ऊपर बना हुआ है। कई जगह जंगल धधक रहे हैं।
यूरोप की प्रचंड गर्म मौसम को इस बार "सेर्बेरस" नाम दिया गया है जो एक प्राचीन ग्रीक पौराणिक कथाओं में तीन सिर वाले राक्षस के नाम पर रखा गया है।
इस एक्सट्रीम गर्मी के कारणों में मानव जनित जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक जलवायु घटना "अल नीनो" का कॉम्बिनेशन शामिल है। जैसे-जैसे जलवायु संकट गहराता जा रहा है, वैज्ञानिकों का मानना है कि रिकॉर्ड तोड़ने वाली गर्मी की लहरें लगातार और अधिक गंभीर होती जाएंगी। इस बार की गर्मी को देखते हुए पानी का जबर्दस्त संकट होने के आसार बनते दिख रहे हैं।
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- इटली के पंद्रह शहर, जिनमें से अधिकांश देश के केंद्र और दक्षिण में हैं, रेड अलर्ट के दायरे में रखे हैं। यहां तापमान मंगलवार तक 42 डिग्री से आगे पहुंचने का अनुमान है। इटली पिछले साल भी एक्सट्रीम गर्मी का शिकार रहा है। इटली के मौसम विभाग ने लोगों से ऐतिहासिक गर्मी की स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है।
- ग्रीस की राजधानी एथेंस में तापमान 40.6 डिग्री तक पहुंचने का अनुमान है। यहां कई पर्यटक स्थल दिन के समय बन्द कर दिए गए हैं।
- चेकोस्लोवाकिया एक ठंडा मुल्क है लेकिन इनदिनों ये भी हीट वेव की चपेट में है। 15 जुलाई को तापमान नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। पश्चिमी चेकिया के प्लज़ेन-बोलेवेक में पारा 39 डिग्री तक पहुंच गया।
- स्पेन के कैनरी द्वीप समूह में जंगल की आग फैली हुई है। अधिकारियों ने चेतावनी दी कि बदलती हवाओं और क्षेत्र सूखे शुष्क इलाके से लोगों को निकालने का काम किया जा सकता है।
- बाढ़ झेल रहे तुर्की के दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम में तटीय शहर लगभग 43 डिग्री तापमान झेल रहे हैं। टूरिस्ट शहर अंताल्या में 43.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। यहां दो दिनों में हीट स्ट्रोक के चलते 48 लोग अस्पताल में भर्ती किये गए हैं। इस्ताम्बुल शहर में पानी का संकट मंडराने लगा है।
- पोलैंड में पारा 35 डिग्री से ऊपर पहुंच रहा है और अधिकारियों ने विशेष रूप से वृद्ध लोगों को घर के अंदर या छाया में रहने और अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहने की चेतावनी दी है। राजधानी वारसॉ और अन्य शहरों में लोगों और उनके पालतू जानवरों को ठंडक पहुंचाने के लिए अस्थायी फव्वारों की व्यवस्था की गई है।