Monkeypox In Isreal: इजरायल में मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि, पश्चिमी यूरोप से आया था शख्स

Monkeypox In Isreal: इजरायल में मंकीपॉक्स (monkeypox in israel) का पहला मामला सामने आया है। इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय (Israel's Ministry of Health) ने इसकी पुष्टि की है।

Update:2022-05-22 15:14 IST

इजरायल में मंकीपॉक्स: Photo - Social Media

New Delhi: कोरोनावायरस महामारी (coronavirus pandemic) का दंश अभी गया भी नहीं कि एक और वायरस ने दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। मंकीपॉक्स (monkeypox) जिसे काफी खतरनाक बताया जा रहा है, पूरे विश्व में तेजी से अपने पैर पसार रहा है। बीते कुछ दिनों से लगातार नए –नए देशों में इसके पहले मामले की पुष्टि हो रही है। बता दें कि अभी तक कई यूरोपीय और उत्तरी अमेरिकी देशों में इस वायरस (Monkeypox in European and North American countries) का पता चला है। ये विशेषकर उन लोगों को लपेटे में ले रहा है, जो अफीक्री देशों (African countries) से लौटे हैं।

इजरायल में पहला मामला

इज़राइल में मंकीपॉक्स (monkeypox in israel) का पहला मामला सामने आया है। इज़राइल के स्वास्थ्य मंत्रालय (Israel's Ministry of Health) ने इसकी पुष्टि की है। मीडिया रिपोर्टेस में तेल अवीव स्थित इचिलोव अस्पताल के एक प्रवक्ता के हवाले से बताया गया है कि ये वायरस एक 30 साल के व्यक्ति में फैला है, जो हाल ही में पश्चिमी यूरोप में मंकीपॉक्स के लक्षणों के साथ लौटा था। जांच रिपोर्ट में शख्स पॉजिटिव निकला है। इज़राइल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पीड़ित शख्स विदेश में मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया था। पीड़ित शख्स को फिलहाल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।

स्विट्जरलैंड में भी पहले मामले की पुष्टि

यूरोपीय देश स्विट्जरलैंड में भी मंकीपॉक्स का पहला केस सामने आया है। स्विस शहर बर्न के कैंटन में एक व्यक्ति इस वायरस के चपेट में आया है। बताया जा रहा है कि ये भी विदेश से लौटा था। संक्रमित शख्स को पहले बुखार हुआ और फिर शरीर पर दाने निकल आए। अस्पातल की तरफ से उन लोगों को सूचना भेज दी गई है, जो इनके संपर्क में आए थे।

अब तक इन देशों में फैल चुका है मंकीपॉक्स

हाल के हफ्तों में ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, पुर्तगाल, इटली, बेल्जियम और स्वीडन के साथ – साथ अमेरिका, कनाडा और आस्ट्रेलिया में मंकीपॉक्स के 100 से अधिक मामलों का पता चला है। ऐसे में इस वायरस के फैलने की आशंका कई गुणा बढ़ गई है।

WHO जल्द जारी करेगा गाइडलाइन

मंकीपॉक्स धीरे –धीरे विकराल रूप अख्तियार करता नजर आ रहा है। बिल्कूल नया वायरस होने के कारण अभी तक इसके बारे में अधिक जानकारी पब्लिक प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध नहीं हो पाई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जल्द इसे लेकर गाइडलाइन जारी करने की बात कही है। WHO के मुताबिक, इसके शुरूआती लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, सूजन, पीठ दर्द, मांसपेशियों में सुस्ती और सामान्य रूप से सुस्ती शामिल है।

भारत सरकार है चौंकन्ना

मंकीपॉक्स आमतौर पर दो से चार सप्ताह के बाद ठीक हो जाता है। रिपोर्टेस के अनुसार, मंकीपॉक्स एक ऑर्थोपॉक्सवायरस से होता है, जो चेचक यानी स्मॉलपॉक्स से संबद्ध वायरस है। भारत में अभी तक इसका एक भी मामला सामने नहीं आया है। लेकिन केंद्र सरकार इसे लेकर चौंकन्ना है।

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