Kashmir Issue: कश्मीर पर जयशंकर ने PAK को लताड़ा, लादेन की मेजबानी और संसद पर हमला करने वाले उपदेश न दें
Hosting Bin Laden, attacking Parliament...:संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की ओर से कश्मीर का मुद्दा उठाया गया था जिसके बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने भारत की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए पाकिस्तान को जमकर फटकार लगाई।
Kashmir Issue: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में कश्मीर का मुद्दा उठाने पर भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को लताड़ते हुए कहा कि अलकायदा के आतंकी ओसामा बिन लादेन की मेजबानी करने और अपने पड़ोसी देश की संसद पर हमला करने वाले देश को संयुक्त राष्ट्र संघ में उपदेश नहीं देना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की ओर से कश्मीर का मुद्दा उठाया गया था जिसके बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने भारत की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए पाकिस्तान को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि दुनिया जिसे स्वीकार नहीं करती, उसे सही ठहराने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए। सीमा पार से आतंकवाद बढ़ाने के संबंध में भी यही नीति लागू की जानी चाहिए। सीमा पार से प्रायोजित आतंकवाद को बढ़ावा देना कभी उचित नहीं माना जा सकता।
भारत का पाक को मुंहतोड़ जवाब
दरअसल पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी की ओर से संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठाया गया था। पाकिस्तान पहले भी समय-समय पर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर का मुद्दा उठाता रहा है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए भारत की ओर से पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया गया है। भारत का पक्ष रखते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि दुनिया जिसे अस्वीकार्य मानती है,उसे सही ठहराने का सवाल नहीं उठना चाहिए। पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए विदेश मंत्री ने सीमा पार से आतंकवाद का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि सीमा पार से प्रायोजित आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है और इसे कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता।
इसी कड़ी में विदेश मंत्री ने कुख्यात आतंकवादी सरगना ओसामा बिन लादेन का मुद्दा भी उठाया। विदेश मंत्री ने कहा कि ओसामा बिन लादेन की मेजबानी करने वाले और हमारे देश की संसद पर हमला करने वालों को उपदेश देने से बाज आना चाहिए। उल्लेखनीय है कि लादेन को अमेरिका ने पाकिस्तान में ही मार गिराया था। लादेन लंबे समय से पाकिस्तान में बैठकर आतंकी साजिश रचने की कोशिश में जुटा हुआ था।
इसके साथ हुई लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने 13 दिसंबर 2001 को भारत की संसद पर हमला किया था। इस हमले में भी पाकिस्तान की संलिप्तता उजागर हुई थी। विदेश मंत्री जयशंकर ने इन दोनों घटनाओं का जिक्र करते हुए पाकिस्तान को कठघरे में खड़ा कर दिया।
संयुक्त राष्ट्र की प्रभावी भूमिका पर जोर
विदेश मंत्री ने कहा कि मौजूदा समय की प्रमुख चुनौतियों का सामना करने में प्रभावी प्रतिक्रिया से ही संयुक्त राष्ट्र की विश्वसनीयता बनी रहती है। विदेश मंत्री ने महामारी, जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और युद्ध के मुद्दों का जिक्र करते हुए कहा कि इन सभी चुनौतियों का सामना करने में संयुक्त राष्ट्र संघ की प्रभावी भूमिका हो सकती है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ की छतरी के नीचे बहुपक्षीय समाधान के जरिए शांति को बढ़ावा दिया जा सकता है। विभिन्न मुद्दों को हल करने में संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से प्रभावी दृष्टिकोण अपनाया जा सकता है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की ओर से कश्मीर मुद्दे का जिक्र किए जाने के बाद जयशंकर की यह कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई। बिलावल भुट्टो का कहना था कि सुरक्षा परिषद की सक्रिय भागीदारी के जरिए ही हमारे क्षेत्र की प्रमुख सुरक्षा समस्याओं का प्रभावी ढंग से समाधान किया जा सकता है।