Fourth Wave of Covid-19: कोरोना फिर लौटा, चीन-यूरोप और अमेरिका में नई लहर, भारत में भी बढ़ी चिंता
Fourth Wave of Covid-19: चीन, अमेरिका, दक्षिण पूर्व एशिया और यूरोप में कोरोना के कारण कई लोगों की मौत हुई है । अस्पतालों में मरीजों की लम्बी लाइन देखी जा रही है ।
Fourth Wave of Covid-19: चीन (China), अमेरिका (America), दक्षिण पूर्व एशिया और यूरोप के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस (Coronavirus)फिर से फैल गया है। चीन में तो बीते एक साल में कोरोना से पहली मौत दर्ज की गई है, यूनाइटेड किंगडम में वृद्ध आबादी जबर्दस्त तरीके से संक्रमित हो रही है जबकि अमेरिका के अस्पतालों में मरीजों की भरमार हो गई है।
दक्षिण कोरिया से रेकॉर्ड 6.2 लाख नए मामले सामने आए हैं। अमेरिका के बाद यह किसी देश में एक दिन में आए मामलों का सर्वाधिक आंकड़ा है। पिछले सात दिनों में दक्षिण कोरिया से 24 लाख मामले सामने आए हैं। इसी दौरान, जर्मनी से 15 लाख, वियतनाम से 12 लाख, फ्रांस से 5.2 लाख और यूके से 4.8 लाख मामलों का पता चला है।
चीन में बिगड़ते हालात
चीन ने 2020 से ही जीरो कोरोना नीति अपनाई हुई है और एक एक केस को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है। तमाम सख्त कोशिशों के बावजूद अब वहां कोरोना के फैलाव को रोका नहीं जा सका है और अब बीते एक साल में पहली मौत दर्ज की गई है। माना जा रहा है कि वहां 2020 के बाद सबसे बुरी स्थिति है। कोरोना मामलों को देखते हुए चीन के कई शहरों में लॉकडाउन लगाया गया है। कई शहरों में अस्थाई हॉस्पिटल तैयार किए गए हैं। इस बीच प्रेसिडेंट शी जिनपिंग ने जीरो कोरोना नीति को और सख्ती से लागू करने की बात कही है।
यूरोप और यूके
इटली, जर्मनी और यूनाइटेड किंगडम में हालात 2021 के लेवल पर आ गए हैं जो बेहद चिंताजनक बात है।रोम में बीते गुरुवार को कोरोना के 79,895 मामले दर्ज किए गए और इनमें 150 मौतें भी दर्ज की गईं। 2020 में कोरोना से इटली सबसे ज्यादा प्रभावित रहा था। इटली में अब तक 13.65 मिलियन कोरोना मामले सामने आए हैं।
उधर जर्मनी में पिछले 24 घंटों में 294,931 नए मामले दर्ज किए हैं और 278 मौतें हुई हैं। यहां नए कोरोना मामलों में रिकॉर्ड इजाफा देखने को मिल रहा है। जर्मनी में कोरोना वायरस हॉटस्पॉट में प्रतिबंध लगाया जा रहा है ताकि कोरोना को आगे बढ़ने से रोका जा सके।
भारत में चिंता
भारत में पिछले 24 घंटों में 2,065 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए है। इस समय देश में सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या 26,602 है। इस दौरान 98 लोगों की मौत हुई है।
बाकी दुनिया में कोरोना केस बढ़ने से बनी चिंता के चलते केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वे इंफ्लूएंजा जैसी बीमारी और सांस संबंधी गंभीर संक्रमण की फिर से निगरानी शुरू करें, ताकि किसी भी तरह के शुरुआती संकेत नजरअंदाज नहीं हो सकें और कोरोना नियंत्रण में रहे।
इंफ्लूएंजा जैसी बीमारी और सांस संबंधी गंभीर संक्रमण की जांच हाल में रोक दी गई थी, क्योंकि भारत में कोरोना के मामले कम आ रहे हैं। निगरानी बढ़ाने के तहत अब फ्लू और सांस संक्रमण से पीड़ित अस्पताल में भर्ती मरीजों की कोरोना जांच कराई जाएगी और संक्रमित नमूनों को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक पत्र में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि कोरोना के वेरियंट्स का समय पर पता लगाने के लिए पर्याप्त संख्या में नमूने जमा कराएं। उन्होंने प्रोटोकॉल के अनुसार जांच जारी रखने, सभी सावधानियों का पालन करने और आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों को फिर से शुरू करते समय सतर्कता नहीं छोड़ने पर भी जोर दिया।