Salman Rushdie Attacker: कौन है सलमान रुश्दी पर हमला करने वाला शख्स, जानिये सब कुछ

Salman Rushdie Attacker: सलमान रुश्दी पर हमला करने वाले शख्स की पहचान हादी मतार के रूप में हुई है, जो अमेरिका के ही न्यूजर्सी का रहने वाला है। उसकी उम्र 24 वर्ष बताई जा रही है।

Update: 2022-08-13 09:28 GMT

लेखक और उपन्यासकार सलमान रुश्दी: Photo- Social Media

Salman Rushdie Attacker: भारतीय मूल के जाने-माने लेखक और उपन्यासकार सलमान रुश्दी (Writer and novelist Salman Rushdie) की स्थिति जानलेवा हमले के बाद गंभीर बनी हुई है। उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है। रूश्दी पर एक नौजवान शख्स ने ताबड़तोड़ चाकू से दर्जनों वार कर लहूलुहान कर दिया था। आरोपी को घटनास्थल पर ही मौजूद लोगों ने पकड़ लिया। पुलिस को सौंपने से पहले उसकी खूब पिटाई की गई, इसके बाद उसे सौंपा गया। हमलावर की पहचान हादी मतार (Hadi Matar) के रूप में हुई है, जो अमेरिका (America) के ही न्यूजर्सी का रहने वाला है। उसकी उम्र 24 वर्ष बताई जा रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सलमान रूश्दी जिस कार्यक्रम में शामिल हुए थे, हमलावर के पास उस कार्यक्रम का पास था। हादी मतार काला कपड़ा पहनकर आया था, साथ में उसने मास्क भी लगाया था। पुलिस कस्टडी में हुई पूछताछ में उसने अभी तक ज्यादा कुछ नहीं बताया है। उसका अंतिम आधिकारिक पता मैनहट्टन में हडसन नदी के पार फेयरव्यू में पाया गया।

हमलावर का ईरान कनेक्शन

लेखक सलमान रूश्दी पर जानलेवा हमले के बाद अचानक शिया मुस्लिम देश ईरान दुनियाभर की मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। क्योंकि उसी ने आज 34 साल पहले रूश्दी की मौत का फतवा जारी किया था। ऐसे में हमलावर हादी मतार के ईरान कनेक्शन की चर्चा लाजिमी है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में हादी मतार का ईरान लिंक होने का दावा किया गया है। उसके फेसबुक अकाउंट में ईरान में इस्लामिक क्रांति लाने वाले शिया धर्मगुरू अयातोल्ला खोमेनी (Shia cleric Ayatollah Khomeini) और ईरान के मौजूदा सुप्रीम लीडर शिया धर्मगुरू अयातोल्ला खमेनेई की तस्वीरें हैं।

 हादी मतार: Photo- Social Media



'द सैटेनिक वर्सेज' उपन्यास को लेकर लेखक सलमान रूश्दी के विरूद्ध मौत का फतवा

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया है कि हमलावर ने सोशल मीडिया पर ईरान और ईरान के सुप्रीम लीडर की निजी सेना रेवोल्यूशनरी गार्ड्स के समर्थन में भी कई पोस्ट किए हैं। इसके अलावा वह शिया कट्टरपंथ को बढ़ावा देने की बात भी कह चुका है। बता दें कि साल 1989 में ईरान के सुप्रीम लीडर और इस्लामिक क्रांति के जनक अयातोल्ला खोमेनी ने 'द सैटेनिक वर्सेज' उपन्यास को लेकर लेखक सलमान रूश्दी के विरूद्ध मौत का फतवा जारी किया था।

फतवे में उनके सिर पर 30 लाख डॉलर इनाम देने की घोषणा की गई थी। इस ऐलान के 10 साल के बाद ईरानी राष्ट्रपति ने कहा था कि वह रूश्दी की हत्या का समर्थन नहीं करते हैं।

एफबीआई भी जांच में हुई शामिल

मामला पेचीदा होने के कारण न्यूयॉर्क पुलिस (New York Police) ने इसमें एफबीआई को भी जोड़ लिया है। घटनास्थल से एक बैग और उपकरण बरामद किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि हमलावर पर क्या धाराएं लगेंगी ये रूश्दी के स्वास्थ्य पर निर्भर करेगा।

बता दें कि ईरान अमेरिका का एक घोषित दुश्मन देश है। दोनों के बीच की तनातनी किसी से छिपी नहीं है। ऐसे में न्यूयॉर्क में लंबे समय से रह रहे सलमान रूश्दी पर हमले में ईरान का हाथ सामने आता है तो दोनों देशों के संबंध और बिगड़ सकते हैं।

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