Hajj Yatra 2023: हज यात्रा में बड़ा बदलाव, जाने से पहले पढ़ लें ये पॉइंट

Hajj Yatra 2023: सऊदी के हज एवं उमराह मंत्री तौफिक अल – रबियाह ने हज एक्सपो 2023 में कहा कि इस साल हज पर आने वाले लोगों की संख्या कोरोना काल से पहले के स्तर पर वापस आ जाएगी।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-01-10 10:53 IST

Hajj Yatra 2023 (फोटो: सोशल मीडिया 

Hajj 2023: इस साल हज यात्रा पर जाने की तैयारी कर रहे मुस्लिम धर्म के तीर्थयात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। सऊदी अरब सरकार ने सोमवार को एक बड़ी घोषणा की है, जिसके तहत तीर्थयात्रियों का कोटा खत्म कर दिया गया है यानी अब संख्या पर कोई बंदिश नहीं रहेगा और अधिक से अधिक लोग हज के लिए आ सकेंगे। सऊदी सरकार ने आयु सीमा को भी हटा दिया है।

सऊदी के हज एवं उमराह मंत्री तौफिक अल – रबियाह ने हज एक्सपो 2023 में कहा कि इस साल हज पर आने वाले लोगों की संख्या कोरोना काल से पहले के स्तर पर वापस आ जाएगी। उन्होंने साथ ही कहा कि इस साल हज यात्रियों के लिए कोई आयुसीमा भी नहीं होगी।

2019 में 20 लाख से अधिक लोगों ने लिया था हिस्सा

अरब न्यूज के मुताबिक, साल 2019 यानी कोरोना महामारी के आने से ठीक एक साल पहले 25 लाख लोगों ने तीर्थयात्रा में हिस्सा लिया था। बाद में कोरोना महामारी शुरू होने के बाद तीर्थयात्रियों की संख्या सीमित कर दी गई थी।

हज यात्रियों के लिए टीकाकरण प्रमाणपत्र जरूरी

सऊदी अरब के हज एवं उमराह मंत्रालय ने बीते 5 जनवरी को घोषणा की थी कि देश में रह रहे लोग भी अगर हज या उमराह करना चाहते हैं तो वो इस साल आवेदन कर सकते हैं। लोकल लोगों के लिए हज पैकेज की चार कैटेगरी होंगी। आवेदनकर्ताओं के पास निवासी प्रमाण पत्र होना चाहिए, जिसकी वैधता जुलाई के मध्य तक हो।

इसके अलावा तीर्थयात्रियों के पास कोरोना और मौसमी इन्फ्लुएंजा टीकाकरण का प्रमाणपत्र भी होना चाहिए। मंत्रालय ने सभी आवेदकों से सीधे अपनी वेबसाइट के माध्यम से पंजीकरण करने और एक से अधिक आवेदन के लिए एक ही मोबाइल नंबर का उपयोग नहीं करने का आह्वान किया है।

हज यात्रा हुआ महंगा

महंगाई का असर हज यात्रा पर भी पड़ा है। साल 2019 में एक भारतीय हज यात्री को इसके लिए 2 लाथ 36 हजार रूपये खर्च करने पड़ते थे। वहीं, 2022 में हज के लिए एक यात्री को 4 लाख रूपये के आसपास का खर्च उठाना पड़ा था। खर्च में ये वृद्धि सऊदी सरकार द्वारा टैक्स में इजाफे के कारण हुई। सऊदी अरब सरकार हज पर 15 प्रतिशत टैक्स वसूलती है।

भारत में शहरों के हिसाब से हज का खर्च घटता - बढता है। साल 2022 में हज इंडिया कमेटी ने विभिन्न शहरों के लिए जो फीस तय की थी, वो इस प्रकार है – मुंबई (3,76,150), दिल्ली (3,88,800), कोलकाता (4,14,200), लखनऊ (3,90,350), अहमदाबाद (3,78,100), हैदराबाद (3,89,450), बेंगलुरू (3,99,050), कोचीन (3,84,200)।

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