India-Canada Row: US में एस जयशंकर बोले- 'कनाडा में हमारे राजनयिक असुरक्षित, उनका रवैया आतंकवादियों के प्रति उदार'

S Jaishankar On India Canada: भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने जो आरोप लगाए हैं वो हमारी नीति के अनुरूप नहीं थे।

Report :  aman
Update:2023-09-29 20:10 IST

एस जयशंकर (Social media)

S Jaishankar On India-Canada Row: भारत और कनाडा विवाद पर विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar News) ने शुक्रवार (29 सितंबर) को एक बार फिर प्रतिक्रिया दी। भारतीय विदेश मंत्री ने इस पूरे विवाद एक बार फिर दो टूक शब्दों में कहा कि, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Canada PM Justin Trudeau) ने जो आरोप लगाए हैं, वो निराधार हैं।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ये बातें वाशिंगटन डीसी में हडसन इंस्टीट्यूट (Hudson Institute) में कही। जयशंकर ने भारत-कनाडा विवाद पर साफ-साफ कहा, 'कनाडाई प्रधानमंत्री ने पहले निजी तौर पर और अब सार्वजनिक रूप से कुछ आरोप लगाए हैं। हमने उन्हें दोनों तरीकों निजी और सार्वजनिक रूप से प्रतिक्रिया दी। वह (जस्टिन ट्रूडो) जो आरोप लगा रहे थे, वो हमारी नीति के अनुरूप नहीं थे।'

'उनके पास कुछ प्रासंगिक और विशेष था'

भारतीय विदेश मंत्री ने ये भी कहा कि, 'उनकी सरकार के पास कुछ प्रासंगिक और विशेष था, जिसे वे चाहते थे कि हम देखें तो हम उस पर विचार करने के लिए तैयार थे। अब इस समय वो बातचीत यहीं है।'

भारतीय राजनयिक असुरक्षित महसूस कर रहे

विदेश मंत्री ने आगे कहा, 'आज मैं वास्तव में ऐसी स्थिति में हूं जहां भारतीय राजनयिक (Indian diplomat) कनाडा में दूतावास या वाणिज्यिक दूतावास जाने में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्हें सार्वजनिक रूप से डराया-धमकाया जा रहा है। इस तरह की घटनाएं पहले भी हुई है। इसने वास्तव में मुझे कनाडा में वीजा संचालन को भी अस्थायी रूप से निलंबित करने के लिए मजबूर किया है।'

जयशंकर ने अमेरिका को बताई चिंता 

बता दें, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन (US NSA Jake Sullivan) और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (US FM Antony Blinken) के साथ भारत-कनाडा राजनयिक विवाद पर चर्चा की। उन्होंने कहा, इस दौरान हमने अपनी चिंता से अवगत करा दिया है। बता दें, जयशंकर ने 28 सितंबर को एंटनी ब्लिंकन और जेक सुलिवन से मुलाकात की थी।'

कनाडा का आतंकवादियों-चरमपंथियों के प्रति उदार रवैया

एस जयशंकर ने आगे कहा, 'कनाडा के साथ ये विवाद कई वर्षों से बड़ा मुद्दा रहा है। लेकिन, पिछले कुछ वर्षों में यह बहुत प्रचलन में वापस आ गया। इसकी वजह से हमें लगता है कि कनाडा का आतंकवादियों, चरमपंथियों के प्रति बहुत ही उदार रवैया हैं, जो खुले तौर पर हिंसा की वकालत करते हैं। कनाडा की राजनीति की मजबूरियों की वजह से उन्हें वहां 'ऑपरेटिंग स्पेस' (operating space) दिया गया है।'

क्या है भारत-कनाडा विवाद?

गौरतलब है कि, बीते दिनों कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता का गंभीर आरोप लगाया था। निज्जर का मर्डर जून महीने में कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया (British Columbia) में गोली मारकर कर दी गई थी। पीएम ट्रूडो ने बगैर सबूत भारत पर आरोप लगाए। भारत ने भी इसका करारा जवाब दिया। भारत उनके आरोपों को बेतुका और निराधार बताया। कनाडा और भारत के रिश्ते इतने तल्ख़ हुए कि दोनों ने एक-दूसरे के राजनयिकों को भी निष्कासित कर दिया। तब से दोनों देशों के बीच स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।'

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