भारत से सटे तिब्बत और शिनजियांग में चीन बना रहा 30 एयरपोर्ट, जानिए क्या ड्रैगन का इरादा

भारत की सीमा से लगे शिनजियांग (Xinjiang) और तिब्बत (Tibet) के सुदूर क्षेत्रों तक चीनी सेना (Chinese Soldiers) आवाजाही को आसान बनाने में लगी हुई है। इस क्षेत्र में जल्द ही पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के पास 30 एयरपोर्ट होंगे।

Newstrack :  Network
Published By :  Ashiki
Update: 2021-09-09 17:37 GMT

कॉन्सेप्ट इमेज (Photo- Social Media) 

India China Border: भारत की सीमा से लगे शिनजियांग (Xinjiang) और तिब्बत (Tibet) के सुदूर क्षेत्रों तक चीनी सेना (Chinese Soldiers) आवाजाही को आसान बनाने में लगी हुई है। इस क्षेत्र में जल्द ही पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के पास 30 एयरपोर्ट होंगे। इनका इस्तेमाल PLA की वेस्टर्न थियेटर कमांड (WTC) सैनिकों के मूवमेंट के लिए करेगी। मालूम हो कि PLA (People's Liberation Army) की सबसे बड़ी मिलिट्री कमांड WTC के पास भारत के साथ विवादित बॉर्डर (India China Border) की निगरानी की जिम्मेदारी है।

आपको बता दें कि चीन द्वारा तिब्बत और झिंजियांग में 30 एयरपोर्ट का निर्माण की जानकारी सरकारी मीडिया की एक रिपोर्ट में दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से कई एयरपोर्ट बनकर तैयार हो चुके हैं और काम कर रहे हैं, जबकि कुछ को अभी तैयार किया जा रहा है। सरकारी मीडिया ने बताया, तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र यानी TAR में बनने वाले तीन नए एयरपोर्ट में लुंजे काउंटी, टिंगरी काउंटी और बुरांग काउंटी शामिल हैं। ये तीनों एयरपोर्ट भारत के साथ लगती सीमा के करीब हैं।

2022 के मध्य तक तैयार होगा ताशकुर्गन एयरपोर्ट

चीन के लिए रणनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला हवाई अड्डा ताशकुर्गन (Tashkurgan) 2022 के मध्य तक तैयार हो सकता है। ये पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और अफगानिस्तान-चीन सीमा के नजदीक पामीर प्लेटु (Pamir Plateau) पर बन रहा हवाई अड्डा है। बता दें, ताशकुरगन इस क्षेत्र में चीन का आख़िरी महत्वपूर्ण शहर है।

महत्वपूर्ण वखान कॉरिडोर के पास स्थित होगा ताशकुर्गन एयरपोर्ट

ताशकुर्गन एयरपोर्ट एक बार तैयार हो जाने पर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण वखान कॉरिडोर (Wakhan Corridor) के करीब स्थित होगा। दरअसल, वखान कॉरिडोर वो इलाका है, जो चीन और अफगानिस्तान के अलावा PoK और ताजिकिस्तान को अलग करता है। रिपोर्ट के मुताबिक इस साल चीन भर के शहरों के साथ TAR और XUAR को जोड़ने वाले लगभग दो दर्जन हवाई मार्गों का उद्घाटन किया गया है। 

आपातकाल जरूरत को देखते हुए तैयार किए जा रहे एयरपोर्ट्स !

दरअसल, लद्दाख में भारत (India China Clash) के साथ जारी विवाद के बीच चीन बॉर्डर (China Border) पर अपनी उपस्थिति रेलवे और एयरपोर्ट के जरिए बढ़ा रहा है। रिपोर्ट में चीनी वेस्टर्न थिएटर कमांड के एक अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि शिनजियांग और तिब्बत क्षेत्र में करीब 30 हवाई अड्डे बनाए जा रहे हैं। उरुमकी, काशगर, ल्हासा, शिगात्से और अन्य शहरों से चीन ने 23 नए रूट खोले हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक कि ये एयरपोर्ट्स नियमित उड़ानों के साथ ही आपातकाल जरूरत को देखते हुए तैयार किए जा रहे हैं।

Tags:    

Similar News