Indian Photojournalist Danish Siddiqui: दानिश सिद्दीकी के मौत पर बड़ा खुलासा, पहचान के बाद तालिबान ने की निर्मम हत्या

Indian Photojournalist Danish Siddiqui: भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मौत के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। ई। दानिश की पहचान के बाद तालिबान ने उसे मौत के घाट उतार दिया था।

Newstrack :  Network
Published By :  Chitra Singh
Update: 2021-07-30 03:21 GMT

दानिश सिद्दीकी (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

Indian Photojournalist Danish Siddiqui: भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मौत के मामले (Indian Photojournalist Danish Siddiqui Death Case) में एक बड़ा खुलासा हुआ है। खबर है कि दानिश सिद्दीकी की मौत न सुरक्षा में चूक होने से हुई और ना ही अफगानिस्तान में क्रॉसफायर से हुई। दानिश की पहचान के बाद तालिबान (Taliban) ने उसे मौत के घाट उतार दिया था। यह खुलासा अमेरिका के एक मैगजीन (American Magazine Report) के द्वारा हुई है।

दरअसल अमेरिका की एक मैगजीन ने गुरुवार को एक रिपोर्ट पब्लिश की, जिसमें भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी (Indian Photojournalist Danish Siddiqui) के मौत के बारे बताया गया है कि तालिबान ने पहचान के बाद दानिश सिद्दीकी (Danish Siddiqui) की क्रूरता से हत्या कर दी।

आपको बता दें कि पुलित्जर अवॉर्ड के विजेता भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी अफगानिस्तान में चल रहे युद्ध को कवर करने गए थे। इस दौरान वे कंधार के स्पिन बोल्डक पहुंचे जहां अफगान सैनिकों तालिबान के बीच युद्ध हो रहा था। इसी बीच उनकी मौत हो गई।

दानिश की मौत को लेकर वाशिंगटन एक्जामिनर ने एक रिपोर्ट पेश की, जिसमें बताया गया कि दानिश सिद्दीकी अफगान सैनिकों के साथ स्पिन बोल्डक इलाके में न्यूज कवर करने गए थे। जब वे कस्टम पोस्ट के कुछ दूरी तक पहुंचे ही थे कि तालिबानों ने उन पर हमला बोल दिया, जिसमें सिद्दीकी अफगान सैनिकों से अलग हो गए। इस दौरान दानिश पर लगातार गोलियां बरसाई गई। घायल होने के बाद दानिश की टीम ने तत्काल उपचार देने के लिए उन्हें स्थानीय मस्जिद में ले गई। यह बात जैसे ही तालिबानों को पता चला, उन्होंने हमला बोल दिया।

इस मामले को लेकर जब स्थानीय जांच की गई तो पता चला तालिबानों ने मस्जिद में हमला दानिश की मौजूदगी को लेकर किया था। आपको बता दें कि स्पिन बोल्डक इलाका वो इलाका है, जो पाकिस्तान के सीमा से लगा हुआ है।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दानिश सिद्दीकी जब तक तालिबानों के कब्जे में थे तब तक वे जिंदा थे। तालिबान ने उनकी पहचान की जांच कर उसकी पुष्टि की, फिर निर्मम तरीके से उनकी हत्या कर दिया गया। इस दौरान अफगान के कमांडर टीम ने दानिश को बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन तालिबान ने उन्हें भी मौत के घाट उतार दिया।

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