Iran attacked Israel: मायूस ईरान कैसे अचानक हुआ इतना आक्रामक, इजरायल पर मिसाइलों की बरसात में पुतिन का खेल
Iran attacked Israel: ईरान की ओर से किए गए इस अचानक हमले से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का गहरा कनेक्शन जोड़ा जा रहा है।
Iran attacked Israel: लंबे समय से इजरायल को धमकियां देने वाले ईरान ने आखिरकार इजरायल पर मिसाइल की बौछार कर दी है। इसके साथ ही ईरान ने यह भी कहा है कि वह जवाबी कार्रवाई का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है। ईरान की ओर से किए गए इस हमले के बाद इजरायल ने करारा जवाब देने की चेतावनी दी है। ईरान की ओर से किए गए हमले के बाद पश्चिम एशिया में युद्ध का संकट और गहरा गया है।
वैसे ईरान दो महीने पहले तेहरान में हमास के बड़े नेता इस्माइल हानियेह की हत्या के बाद से ही इजरायल को बदला लेने की धमकियां दे रहा था। ईरान की ओर से किए गए इस अचानक हमले से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का गहरा कनेक्शन जोड़ा जा रहा है। दरअसल दो दिन पूर्व ही पुतिन के खास दूत ने ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई से मुलाकात की थी और इसके अगले दिन ही ईरान ने इजरायल पर मिसाइलों की बरसात कर दी।
इजरायल को ईरान का कड़ा जवाब
इजरायल ने करीब दो महीने पहले ईरान की राजधानी तेहरान में घुसकर एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया था। इस ऑपरेशन में हमास के बड़े नेता इस्माइल हानियेह को मौत के घाट उतार दिया गया था। इसके बाद इजरायल ने लेबनान में हमला करके हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह को बंकर में ढेर कर दिया था। नसरल्लाह के साथ ही ईरानी रिवॉल्यूशनरी गार्ड के उप प्रमुख ब्रिगेडियर जनरल अब्बास निलफोरुशन भी मारे गए थे।
जानकारों का कहना है कि ईरानी सैन्य कमांडर के साथ नसरल्लाह की बैठक के दौरान यह हमला किया गया था। अब ईरान ने इजरायल पर दो सौ से अधिक मिसाइलों से हमला करने के बाद इन मौतों का बदला लेने की बात कही है। इसके साथ ही उसने यह भी कहा है कि इजरायल की ओर से की जाने वाली किसी भी जवाबी कार्रवाई का सामना करने के लिए ईरान पूरी तरह तैयार है।
पुतिन के दूत से मुलाकात के बाद हुआ हमला
हमास नेता इस्माइल हानियेह की हत्या के बाद से ही ईरान इजरायल से बदला लेने की बात करता रहा है मगर ईरान की ओर से अभी तक कोई एक्शन न लिए जाने पर सवाल भी उठाए जा रहे थे। अब ईरान की ओर से अचानक इतनी आक्रामक कार्रवाई किए जाने के पीछे रूस के राष्ट्रपति पुतिन की बड़ी भूमिका मानी जा रही है।
दरअसल रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तिन सोमवार को ईरान के दौरे पर पहुंचे थे। जानकारों का कहना है कि उन्होंने ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान और ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई से मुलाकात की थी। वैसे इस मुलाकात के बाद रूस की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि दोनों देशों ने व्यापार और आर्थिक व सांस्कृतिक सहयोग बढ़ाने के मुद्दे पर चर्चा की है मगर इस मुलाकात के पीछे दूसरा बड़ा मकसद माना जा रहा है।
पुतिन का खास संदेश लेकर पहुंचे थे प्रधानमंत्री
जानकारों के मुताबिक रूस के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति पुतिन का खास संदेश लेकर ईरान पहुंचे थे। उन्होंने इजरायल की ओर से हिजबुल्लाह प्रमुख नसरल्लाह की हत्या किए जाने के बाद पैदा हुए हालात पर ईरान के नेताओं से चर्चा की। लेबनान की राजधानी बेरूत में ईरान समर्थित हिज्बुल्लाह प्रमुख नसरल्लाह की मौत के बाद रूस ने इसे राजनीतिक हत्या बताया था।
जानकारों का कहना है कि पुतिन की ओर से खास संदेश मिलने के बाद ईरान का हौसला बढ़ गया और उसने इजरायल पर मिसाइल की बरसात कर डाली। ईरान ने आगे भी इजरायल की किसी भी कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देने की चेतावनी जारी कर दी है।
अब और खतरनाक हो जाएगी जंग
ऐसे में माना जा रहा है कि ईरान की ओर से किए गए इस हमले के पीछे पुतिन का गहरा कनेक्शन है। इससे पहले ईरान इजरायल के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी तो कई बार दे चुका था मगर अभी तक वह इजरायल के खिलाफ सीधी कार्रवाई से कतरा रहा था। ईरान के इस ढुलमुल रवैए को देखते हुए ही पुतिन ने अपने दूत के रूप में प्रधानमंत्री मिखाइल को तेहरान भेजा था।
पुतिन की ओर से की गई हौसला अफजाई के बाद ही ईरान ने इजरायल के खिलाफ सैन्य मोर्चा खोल दिया। ईरान की ओर से किए गए हमले के बाद माना जा रहा है कि दुनिया के दो बड़े देशों अमेरिका और रूस के बीच आने वाले दिनों में तनाव और बढ़ेगा।
अमेरिका की ओर से खुलकर इजरायल की मदद की जा रही है और अब रूस की ओर से मदद का भरोसा मिलने के बाद ईरान भी खुलकर मैदान में आ गया है। ऐसे में आने वाले दिनों में यह जंग और खतरनाक रूप ले सकती है।