इस्लामाबाद हाईकोर्ट में भारतीय राजनयिक का फोन जब्त, जानिए क्या थी वजह
इस्लामाबाद हाईकोर्ट (आईएचसी) में एक सुनवाई के दौरान जज की फोटो खींचने के मामले में एक भारतीय राजनयिक के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया। 'न्यूज इंटरनेशनल' की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय उच्चायोग के प्रथम सचिव पीयूष सिंह भारतीय नागरिक उज्मा से जुड़े एक मामले की सुनवाई के लिए कोर्ट गए थे।
इस्लामाबाद, (आईएएनएस: इस्लामाबाद हाईकोर्ट (आईएचसी) में एक सुनवाई के दौरान जज की फोटो खींचने के मामले में एक भारतीय राजनयिक के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया। 'न्यूज इंटरनेशनल' की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय उच्चायोग के प्रथम सचिव पीयूष सिंह भारतीय नागरिक उज्मा से जुड़े एक मामले की सुनवाई के लिए कोर्ट गए थे।
उज्मा ने पाकिस्तानी नागरिक से निकाह रचाने के बाद भारतीय मिशन में शरण की मांग की थी। उज्मा का आरोप है कि उसके साथ बंदूक की नोक पर निकाह किया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीयूष सिंह ने कोर्ट के अंदर तीन फोटो ली। इसमें जस्टिस मोहसिन अख्तर कयानी की सुनवाई के दौरान ली गई फोटो भी थी। कोर्ट के अधिकारियों ने इस घटना की जानकारी इस्लामाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस को दी, तो उन्होंने सिंह के मोबाइल को जब्त करने का आदेश दिया।
इस्लामाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस ने इस मामले को कोर्ट के नियमों का उल्लंघन करार देते हुए भारतीय राजनयिक को लिखित में माफी मांगने की बात कही। हालांकि, पीयूष सिंह ने मौखिक रूप से इस घटना के लिए माफी मांग ली थी।
पीयूष सिंह ने अपने एक बयान में कहा, "मैंने कोर्ट में गलती से मोबाइल के इस्तेमाल के लिए माफी मांगी है। आशा है कि मुझे इस गलती के लिए माफ कर दिया जाएगा।"
पीयूष सिंह को उनका मोबाइल बाद में वापस कर दिया गया और उन पर कोई मामला दर्ज नहीं किया गया। उन्होंने कोर्ट को बताया कि वह अपने फोन पर किसी को संदेश भेज रहे थे। उन्होंने अपने फोन कैमरे का इस्तेमाल नहीं किया।