दस साल बाद इस देश में आया भयानक भूकंप, धरती फटने से लग गए लाशों के ढेर
भूकंप की घटना से कई इमारतों और बुलेट ट्रेन लाइन के हिस्सों को नुकसान पहुंचा है। शहर में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। इसका असर हजारों लोगों पर पड़ा है। कई शहर अंधेरे में पूरी तरह से डूब गए हैं।
मियागी: जापान के फुकुशिमा, मियागी और अन्य इलाकों में शनिवार को आए तेज भूकंप के बाद तबाही की तस्वीरें अलग-अलग शहरों से रविवार को सामने आई है।
इन तस्वीरों को देखकर ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि जापान में कल कितना बड़ा भूकंप आया था और इससे कितना ज्यादा नुकसान हुआ है।
उत्तर-पूर्वी भाग के तटवर्ती क्षेत्रों में भूकंप के तेज झटकों की वजह से राजमार्ग पर भूस्खलन के निशान साफ देखें जा सकते हैं। कल यहां पर घरों और दुकानों में मलबे भर गए थे, जिन्हें अब साफ कर लिया गया है।
इमारतों को पहुंचा नुकसान, बुलेट ट्रेन ठप, अंधेरे में डूबे कई शहर
बताया जा रहा है कि भूकंप की घटना से कुछ इमारतों और बुलेट ट्रेन लाइन के हिस्सों को नुकसान पहुंचा है और शहर में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। इसका असर हजारों लोगों पर पड़ा है। कई शहर अंधेरे में पूरी तरह से डूब गए हैं।
जापानी मौसम विज्ञानी ने प्रभावित क्षेत्र में लोगों से इमारत के गिरने और भूस्खलन के जोखिम के कारण सतर्क रहने का आग्रह किया है क्योंकि इस तरह के और झटके आ सकते हैं। प्रभावित क्षेत्र के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना व्यक्त की गई है।
बता दें कि जापान के फुकुशिमा, मियागी प्रांत के इलाकों में शनिवार देर रात 7.3 रिक्टर स्केल की तीव्रता से भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे।
दस साल पहले भी आया था ऐसी ही खतरनाक भूकंप
बताया जा रहा है कि 10 साल पहले भी यहां ऐसा ही जोरदार भूकंप आया था। उस वक्त सुनामी की वजह से परमाणु संयंत्र पूरी तरह से तबाह हो गये थे।
शनिवार को भूकंप आने के बाद मची तबाही और उससे होने वाली जनहानि के बारें में मुख्य कैबिनेट सचिव कत्सूनोबा कातो ने जानकारी देते हुए बताया कि 120 से ज्यादा लोगों को आंशिक चोटें आई हैं और इनमें से ज्यादातर टूटे शीशे की चपेट में आने और सामानों के गिरने की वजह से घायल हुए हैं।
उन्होंने बताया कि तीन लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की पुष्टि हुई है। अभी तक कि मरने की खबर नहीं है। भूकंप का केंद्र समुद्र से 55 किलोमीटर की गहराई में था। रविवार को कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति बहाल हो गई, लेकिन बुलेट ट्रेन सेवा अब भी ठप है।
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