Kabul News: अफगानिस्तान में फिलहाल सब नॉर्मल दिख रहा
Kabul News: अफगानिस्तान से अमेरिका की पूर्ण वापसी के बाद देश में हालात ऊपर से लगभग सामान्य से दिख रहे हैं।
Kabul News: अफगानिस्तान से अमेरिका की पूर्ण वापसी के बाद देश में हालात ऊपर से लगभग सामान्य से दिख रहे हैं। काबुल की बात करें तो जगह जगह हथियारबंद तालिबान लड़ाके जरूर मौजूद हैं। अफगान सेना से हथियाये गए हम्वी वाहनों पर बैठ कर लड़ाके गश्त कर रहे हैं लेकिन बाकी सब सामान्य है। बाजार खुले हैं, चहलपहल है, महिलाएं भी बाजार में पहले की तरह दिखाई पड़ रही हैं। आम जनता की बात करें तो, तालिबान समर्थक खुश हैं। लोग, खासकर युवा सड़कों पर हथियारबंद तालिबान के साथ फोटो खिंचवा रहे हैं, सेल्फी ले रहे हैं। हथियारबंद तालिबान लड़ाकों को गली-बाजारों, चौक-चौराहों पर देखा जा सकता है। सैकड़ों की संख्या में ये युवा लड़ाके आधुनिक हथियारों से लैस हैं और हर जगह मौजूद हैं। ये हर जगह अपनी उपस्थिति का एहसास करा रहे हैं।
आम जन जीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है। 31 अगस्त को अमेरिकी सेना के बचे खुचे सैनिकों की वापसी के बाद अगले दिन यानी 1 सितम्बर को काबुल में सन्नाटा ही रहा। ज्यादातर लोग डर के मारे घरों में रहे लेकिन उसके बाद से अब चीजें नार्मल होने लगी हैं। लोग अपने काम धंधे शुरू कर रहे हैं। सब्जी भाजी खरीदना-बेचना यूं तो आम जीवन का हिस्सा है लेकिन सब्जीवाले तालिबान और इस्लामिक अमीरात के समर्थन में नारे भी लगा रहे हैं। ये एक नई बात है जो पहले नहीं देखी गयी थी। यूट्यूब पर कुछ विडियो पोस्ट किये गए हैं जिनमें तालिबान के शासन के बाद काबुल की सड़कों का नजारा दिखाया गया है।
इन वीडियो में देखा जा सकता है कि बाजार में चहलपहल है, गाड़ियों की चिल्ल-पों है, कुछ हथियारबंद तालिबान लड़ाके सड़क पर ट्रैफिक कंट्रोल कर रहे हैं, बाजार में फल-सब्जी वाले आवाज लगा कर सामान बेच रहे हैं, ठेलों पर खानेपीने के स्टाल सजे हैं , जहाँ ताजे आइटम बना कर बेचे जा रहे हैं। महिलाएं भी इधर उधर जाती दिखती हैं , जो बुर्का पहने हैं और मास्क लगाये हुए हैं। ये जरूर है कि पहले जैसी स्थिति नहीं है लेकिन काफी कुछ सामान्य दिखाई पड़ने लगा है। 31 अगस्त को खोस्त शहर में एक विशाल जुलूस निकाला गया जिसमें नाटो, अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के झंडों से ढंके ताबूत उठाए लोग नजर आए। इस जुलूस में तालिबान लड़ाके तो मौजूद ही थे लेकिन हजारों आमजन भी शामिल थे।
बैंकों के बाहर लम्बी लाइनें
मीडिया रिपोर्ट्स में अफगानिस्तान की आर्थिक स्थिति का जिक्र बैंकों के बाहर लगी लम्बी कतारों के साथ किया जा रहा है। काबुल में बैंकों के बाहर लंबी कतारें देखी जा सकती हैं। सरकार के पास फंड्स हैं नहीं सो बैंकों में नकदी की समस्या हो गयी है। स्थिति यह है कि बैंक से एक परिवार सप्ताह में सिर्फ 20 हजार अफगानी (करीब 17 हजार रुपये) ही निकाल सकता है।
संगीत और सिनेमा
कुछ लोगों का कहना है कि कहीं कहीं तालिबान के लोग लोगों के मोबाइल फोन चेक कर रहे हैं। तालिबान ने संगीत और सिनेमा प्रतिबंधित कर रखा है सो कोई व्यक्ति अपने मोबाइल फोन में भी ऐसी सामग्री नहीं रख सकता है। सभी म्यूजिक स्टोर नष्ट किये जा चुके हैं । लोग अब अपने घरों में भी संगीत सुनने से घबरा रहे हैं।
एयरपोर्ट खोलने की कोशिश
अमेरिकी सेनाओं की वापसी के बाद काबुल एयरपोर्ट पर तालिबानियों का नियंत्रण हो गया है लेकिन अभी एयरपोर्ट पर सामान्य कामकाज शुरू नहीं किया गया है। तालिबान ने तुर्की से आग्रह किया है कि वह एयरपोर्ट का संचालन शुरू करे जिसके बाद तुर्की के विदेश मंत्री ने कहा है कि इस बारे में विचार किया जा रहा है। दरअसल, अमेरिका की अफगानिस्तान से वापसी के पहले बीते छह साल से काबुल एयरपोर्ट का संचालन तुर्की ही कर रहा था। जब हालात बिगड़ने लगे थे तब अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट अपने हाथ में ले लिया था।