Khaled Meshaal: हानिया की जगह अब खालिद मेशाल बन सकता है हमास का चीफ, सुसाइड बॉम्बिंग का माना जाता है एक्सपर्ट

Khaled Meshaal: मेशाल लंबे समय से हमास में सक्रिय रहा है और अब उसे संगठन के मुखिया की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2024-08-01 08:31 GMT

Ismail Haniyeh and Khaled Meshaal  (photo: social media )

Khaled Meshaal: हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख इस्माइल हानिया की तेहरान में हुई हत्या के बाद अब सबकी निगाहें इस आतंकी संगठन के अगले मुखिया पर लगी हुई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में कई नामों चर्चा सुनी जा रही है मगर जानकारों के मुताबिक हानिया के उत्तराधिकारी के रूप में खालिद मेशाल का नाम सबसे आगे माना जा रहा है।

मेशाल लंबे समय से हमास में सक्रिय रहा है और अब उसे संगठन के मुखिया की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। मेशाल को सुसाइड बॉम्बिंग का एक्सपर्ट माना जाता है। हमास लड़ाके उसकी देखरेख में ही सुसाइड बॉम्बिंग की घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं।

मेशाल का नाम रेस में सबसे आगे

हमास के टॉप लीडर इस्माइल हानिया की हत्या को संगठन के लिए बहुत बड़ा झटका माना जा रहा है। ईरान और हमास का आरोप है कि हानिया की हत्या को इजराइल ने अंजाम दिया है। हालांकि इजराइल ने अभी तक इस हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है। वैसे इस हत्याकांड में इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद का हाथ माना जा रहा है। वैसे ईरान का कहना है कि अभी तक इस हमले के बारे में सटीक जानकारी नहीं मिल सकी है और घटना की गहराई से जांच की जा रही है।

जानकारों का कहना है कि अब खालिद मेशाल को हानिया का उत्तराधिकारी बनाया जा सकता है। वैसे गाजा के फिलिस्तीनी इलाके को चलाने वाले हमास के एक अन्य अधिकारी खलील अल-हया का भी नाम इस दौड़ में शामिल बताया जा रहा है मगर मेशाल का नाम पूरी मजबूती के साथ उभरा है। मेशाल का जन्म 28 मई 1956 को वेस्ट बैंक में रामल्लाह के करीब सिलवाड में हुआ था। वह लंबे समय से संगठन में सक्रिय रहा है।

लंबे समय से हमास में सक्रिय रहा है मेशाल

1987 में हमास के गठन के समय भी मेशाल ने सक्रिय भूमिका निभाई थी। वह हमास के पोलित ब्यूरो का संस्थापक सदस्य रहा है। उसने 1996 से 2017 तक इस महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी संभाली। 68 वर्षीय मेशाल ने विदेश में संगठन को मजबूत बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई है। 2004 से 2012 तक के सीरिया की राजधानी दमिश्क में रहकर उसने हमास को मजबूत बनाया। अब मेशाल ने कतर और मिस्र को अपना ठिकाना बना रखा है।

जानकारों के मुताबिक 1997 में इजराइली एजेंटों ने मेशाल को जॉर्डन की राजधानी अम्मान में कार्यालय के बाहर जहर का इंजेक्शन दे दिया था। इस घटना के बाद इजराइल और जॉर्डन के बीच राजनयिक संकट पैदा हो गया था, लेकिन इस इंजेक्शन से भी खालिद मेशाल का कुछ नहीं बिगड़ा और वह पहले की तरह सक्रिय बना रहा।


हमास में सुसाइड बॉम्बिंग का एक्सपर्ट

खालिद मेशाल को सुसाइड बॉम्बिंग का मास्टरमाइंड माना जाता रहा है। हमास के लड़ाकों ने 1994 में इसकी शुरुआत की थी और इसके पीछे खालिद मेशाल का ही दिमाग था। अब सबकी निगाहें इस बात पर लगी हुई हैं कि हमास की ओर से मेशाल को चीफ पद की जिम्मेदारी सौंप जाती है या नहीं।

हानिया की हत्या के बाद ईरान और हमास ने इजराइल को बदला लेने की धमकी दी है। ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई ने हानिया की हत्या का बदला लेने के लिए इजराइल के खिलाफ हमले का आदेश तक दे दिया है। ईरान और हमास के इस रुख के बाद मध्य पूर्व में काफी तनाव पैदा होता दिख रहा है।



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