Khalistani Terrorist: पाकिस्तान में भारत के एक और दुश्मन की मौत, भिंडारावाले का भतीजा था खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह रोडे

Khalistani Terrorist: 72 वर्षीय रोडे खालिस्तान की मांग को लेकर देश में हिंसा फैलाने वाले जरनैल सिंह भिंडरावाले का भतीजा था। रोडे की मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2023-12-05 04:51 GMT

Khalistani Terrorist lakhbir singh rode death  (photo: social media )

Khalistani Terrorist: पाकिस्तान में ठिकाना बनाकर रहने वाले भारत के एक और दुश्मन की मौत हो गई है। पाकिस्तान में बैठकर प्रतिबंधित खालिस्तान संगठन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स की गतिविधियों का संचालन करने वाले आतंकी लखबीर सिंह रोडे की मौत की खबर सामने आई है। रोडे खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के साथ ही इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन का भी स्वयंभू प्रमुख था।

72 वर्षीय रोडे खालिस्तान की मांग को लेकर देश में हिंसा फैलाने वाले जरनैल सिंह भिंडरावाले का भतीजा था। रोडे की मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। रोडे ने भारत से भागकर पाकिस्तान को अपना ठिकाना बना रखा था। वह भारत में कई हमले का मास्टरमाइंड होने के साथ ही भारत में गैरकानूनी तरीके से हथियार और विस्फोटक भेजने का भी आरोपी था।

भिंडरावाले का भतीजा था लखबीर

लखबीर सिंह रोडे का नाम देश में वांछित आतंकियों की सूची में शामिल था और वह खालिस्तानी आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाले का भतीजा था। लखबीर सिंह रोडे के भाई और अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे ने लखबीर की मौत की पुष्टि की है।

जसबीर सिंह ने लखबीर सिंह की मौत की जानकारी देते हुए बताया कि मेरे भाई के बेटे ने उसकी मौत की सूचना भेजी है।

उन्होंने बताया कि भाई के बेटे ने जानकारी दी है कि हार्टअटैक के कारण लखबीर सिंह रोडे की मौत हुई है और पाकिस्तान में उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। लखबीर सिंह डायबिटीज से पीड़ित था। वह पाकिस्तान में अकेले रहा करता था जबकि उसके दो बेटे, एक बेटी और पत्नी कनाडा में रहते हैं।

आईएसआई से मिलती थी मदद

लखबीर सिंह रोडे पाकिस्तान में बैठकर भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिश में जुटा हुआ था। पाकिस्तान के खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से वह भारत विरोधी एजेंडा चलाने में सक्रिय था। रोडे ने लंबे समय से पाकिस्तान को अपना ठिकाना बना रखा था।

वह पंजाब में जनरल सिंह भिंडरावाले के रोडे गांव का ही रहने वाला था और उसने गांव के नाम के कारण ही अपने नाम के साथ रोडे जोड़ लिया था। भारत से भाग कर पहले वह दुबई गया था और बाद में उसने पाकिस्तान को अपना ठिकाना बना लिया था। अपने परिवार को उसने कनाडा भेज दिया था।

सूची में शामिल था रोडे का नाम

भारत सरकार की ओर से 2002 में पाकिस्तान को प्रत्यर्पण के लिए भी आतंकियों की जो सूची सौंपी गई थी, उसमें रोडे का नाम भी शामिल था। भारत सरकार की ओर से सौंपे गए डॉजियर के अनुसार लखबीर सिंह रोडे के इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन ने ब्रिटेन, जर्मनी, कनाडा और अमेरिका समेत कई जगहों पर अपनी शाखाएं शुरू की थी। वह भारत में गैरकानूनी तरीके से हथियार और विस्फोटक भेजने का भी आरोपी भी था।

कई हमलों का था मास्टरमाइंड

वह भारत में किए गए कई हमले का मास्टरमाइंड था। उसने स्थानीय गैंगस्टर्स की मदद से पंजाब में कई हमले कराए थे। इस साल की शुरुआत में एनआईए ने भी रोडे के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसकी एक जमीन को जब्त कर लिया था। 2021 में फाजिल्का में हुए टिफिन बम ब्लास्ट में भी रोडे का ही हाथ था।

इस साल पाकिस्तान में दो खालिस्तानी मौत का शिकार हो चुके हैं। खालिस्तानी आतंकी परमजीत सिंह पंजावर की इस साल 6 मई को अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पंजावर के अलावा पाकिस्तान में भारत विरोधी कई और आतंकी भी मारे जा चुके हैं। अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि इन आतंकियों को कौन चुन-चुन कर मार रहा है।

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