आलोचना से भड़का तानाशाह, पांच अफसरों को गोलियों से मौत के घाट उतारा

देश की अर्थव्यवस्था पर सवाल उठाने वाले अपने पांच अफसरों पर तानाशाह की नजरें टेढ़ी हो गईं और किम ने उन्हें मौत की सजा दे दी। किम के आदेश पर इन पांचों अफसरों को गोलियों से भून दिया गया।

Update: 2020-09-12 16:20 GMT
आलोचना से भड़का तानाशाह, पांच अफसरों को गोलियों से मौत के घाट उतारा

अंशुमान तिवारी

सियोल: कई बार बर्बरता दिखा चुके उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने एक बार फिर अपनी बर्बरता का परिचय दिया है। किम जोंग उन को अपने सामने सवाल पूछने वाले लोग पसंद नहीं हैं। देश की अर्थव्यवस्था पर सवाल उठाने वाले अपने पांच अफसरों पर तानाशाह की नजरें टेढ़ी हो गईं और किम ने उन्हें मौत की सजा दे दी। किम के आदेश पर इन पांचों अफसरों को गोलियों से भून दिया गया।

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अर्थव्यवस्था की की थी आलोचना

यह जानकारी उत्तर कोरिया पर नजदीकी नजर रखने वाली दक्षिण कोरिया की साइट डेली एनके की ओर से दी गई है। साइट की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक एक डिनर पार्टी के दौरान इन पांचों अफसरों ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर चर्चा की थी।

इन अफसरों का मानना था कि उत्तर कोरिया के शासन की गलत नीतियों के कारण अर्थव्यवस्था लगातार ध्वस्त होती जा रही है और उन्होंने अर्थव्यवस्था के संबंध में शासन की नीतियों की आलोचना की थी।

औद्योगिक माहौल सुधारने पर जोर

इन अफसरों का यह भी मानना था कि देश की अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए औद्योगिक माहौल को सुधारा जाना चाहिए। इन अफसरों की यह भी राय थी कि उत्तर कोरिया पर लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से देश की दिक्कतें बढ़ रही हैं और इन प्रतिबंधों को खत्म कराने के लिए विदेशी मदद लेने से परहेज नहीं करना चाहिए।

तानाशाह तक पहुंच गई शिकायत

जानकारी के मुताबिक अफसरों के बीच हुई इस चर्चा की शिकायत उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन तक भी पहुंच गई थी। उत्तर कोरिया का आर्थिक मंत्रालय भी किम के ही हाथों में है। तानाशाह तक शिकायत पहुंचने के बाद इन सभी अफसरों को तलब कर लिया गया और इन सभी से उत्तर कोरिया के शासन को कमजोर करने की बात कबूल करवाई गई।

अफसरों को गोलियों से भून डाला

इसके बाद अपनी बर्बरता के लिए कुख्यात किम जोंग उन ने इन सभी अफसरों को गोली मारने का आदेश दे दिया। दक्षिण कोरिया की साइट के मुताबिक 30 जुलाई को इन सभी अफसरों को गोलियों से भून दिया गया। इन अफसरों के परिवारों को उत्तर कोरिया में येडोक कैंप में भेजा गया है और अफसरों के परिजन भी काफी डरे हुए हैं।

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अंकल को शिकारी कुत्तों से मरवाया

उत्तर कोरिया की सत्ता पर अपनी पकड़ को मजबूत बनाए रखने के लिए तानाशाह किम जोंग उन अपने खिलाफ उठने वाली हर आवाज को कुचलता रहा है। तानाशाह ने अपने अंकल किम जोंग थाएक को भूखे शिकारी कुत्तों के पिंजरे में फिंकवा दिया था।

एक चीनी अखबार ने खुलासा किया था कि किम के अंकल को सजा दिए जाते समय किम सहित उत्तर कोरिया के तीन सौ वरिष्ठ अफसर भी मौजूद थे। इन सभी के सामने थाएक को शिकारी कुत्तों ने नोच डाला था। बाद में थाई की पत्नी को भी जहर देकर मार डाला गया था और मौत का कारण हार्टअटैक बताया गया था।

सौतेले भाई की इस तरह कराई हत्या

तानाशाह किम जोंग उन ने अपने सौतेले भाई किम जोंग नाम की भी हत्या करवा दी थी। किम जोंग नाम मलेशिया में रहते थे मगर किम जोंग उन ने 2015 में मलेशिया के हवाई अड्डे पर उनकी हत्या करवा दी थी।

हवाई अड्डे पर दो लड़कियों ने किम जोंग नाम को जहरीली पिन चुभो दी थी। जानकारों के मुताबिक़ तानाशाह किम जोंग नाम से जासूसी को लेकर खफा था। उत्तर कोरिया का आरोप था किम जोंग नाम देश के खिलाफ जासूसी के काम में लिप्त थे।

चीन से आने वालों को गोली मारने का आदेश

अभी हाल में तानाशाह ने कोरोना की रोकथाम के लिए चीन की तरफ से आने वालों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए हैं। जानकारों का कहना है कि उत्तर कोरिया की स्वास्थ्य सेवाएं काफी लचर हैं और कोरोना वायरस से लड़ने में सक्षम साबित नहीं हो रही हैं।

मजे की बात यह है कि उत्तर कोरिया की ओर से अभी तक देश में कोरोना संक्रमण के एक भी मामले की पुष्टि नहीं की गई है। उत्तर कोरिया ने जनवरी में चीन से लगने वाली अपनी सीमा सील कर दी थी। तानाशाह किम जोंग उन को चीन का करीबी माना जाता है मगर कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए किम ने सख्त कदम उठाए हैं।

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