Bangladesh में हिंदुओं पर हमले को लेकर माहौल गरमाया, ढाका से लेकर अमेरिका तक प्रदर्शन, मोहम्मद यूनुस ने की भावुक अपील
Bangladesh: बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के नेता मोहम्मद यूनुस ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा पर नाराजगी जताते हुए इसे घृणित करार दिया।
Bangladesh: बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर किए जा रहे हमलों को लेकर माहौल गरमा गया है। इन हमलों के खिलाफ अब देश का अल्पसंख्यक समुदाय भी एकजुट हो गया है। राजधानी ढाका और देश के दूसरे सबसे बड़े शहर चटगांव में हिंदू समुदाय की ओर से विशाल प्रदर्शन करके इन हमलों को तत्काल रोकने की मांग की गई। भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका और ब्रिटेन समेत दुनिया के कई अन्य दूसरे देशों में भी इन हमलों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित किए गए।
इन हमलों के खिलाफ बनते माहौल का असर बांग्लादेश में भी दिखने लगा है। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के नेता मोहम्मद यूनुस ने अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा पर नाराजगी जताते हुए इसे घृणित करार दिया। उन्होंने इन हमलों को रोकने की भावुक अपील करते हुए कहा कि वह भी हमारे भाई हैं। हम साथ मिलकर लड़े हैं और आगे भी साथ ही रहेंगे।
बांग्लादेश में एकजुट हुआ हिंदू समुदाय
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ की जा रही हिंसा के खिलाफ अब हिंदू समुदाय एकजुट हो गया है। शनिवार को राजधानी ढाका और चटगांव की सड़कों पर हिंदू समुदाय के लोगों ने अपनी ताकत दिखाई। लाखों हिंदुओं ने सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया। बांग्लादेश के बारीसाल, तंगेल और कुरीग्राम में भी हिंदुओं ने प्रदर्शन किया और कहा कि हिंदुओं को भी बांग्लादेश में रहने का अधिकार है।
शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में हिंदू मंदिरों और हिंदुओं के घरों व दुकानों पर हमले की खबरें मिली है। इन हमलों पर रोष जताते हुए हिंदुओं ने शनिवार को लगातार दूसरे दिन ढाका के शाहबाग चौराहे को अवरुद्ध कर दिया।
इन प्रदर्शनों के दौरान हिंदुओं को बचाने के लिए नारे भी लगाए गए। हिंदू समुदाय ने सवाल उठाया कि आखिरकार उनके खिलाफ हमले क्यों किए जा रहे हैं। उन्होंने सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
अमेरिका और ब्रिटेन में भी प्रदर्शन
भारत के कई शहरों में भी बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हमले के प्रति विरोध प्रदर्शन के जरिए नाराजगी जताई गई। इन प्रदर्शनों में भारत सरकार से अपील की गई कि इन हमलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाया जाए। अमेरिका में वॉशिंगटन में काफी संख्या में लोगों ने इन हमलों पर विरोध जताते हुए प्रदर्शन किया। व्हाइट हाउस के बाहर जुटे इन प्रदर्शनकारियों ने हमलों को तुरंत रोकने की मांग की।
प्रदर्शनकारी अपने हाथों में अमेरिका और बांग्लादेश का झंडा लिए हुए थे। उन्होंने ‘हमें न्याय चाहिए’ के नारे भी लगाए। लंदन और फिनलैंड समय दुनिया के कई अन्य देशों में भी बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले को लेकर नाराजगी जताई गई।
हिंदुओं पर हमले रोकने की यूनुस की अपील
इस बीच बांग्लादेश में नवगठित अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस ने हिंदुओं पर किए जा रहे हमलों को तुरंत रोकने की अपील की है। यूनुस ने आंदोलन कर रहे छात्रों से अल्पसंख्यक हिंदुओं, ईसाइयों और बौद्धों को बचाने की अपील करते हुए कहा कि 'क्या ये हमारे देश के लोग नहीं हैं? आपने देश बचाया तो क्या आप कुछ परिवारों को नहीं बचा सकते?... आपको कहना चाहिए कि किसी को भी नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। वे भी हमारे भाई हैं। हम साथ लड़े और हम साथ ही रहेंगे। उन्होंने बेगम रोकेया विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि इन हमलों को तुरंत रोका जाना चाहिए।
बांग्लादेश में हमले की 205 घटनाएं
इस बीच बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद और बांग्लादेश पूजा उद्जापन परिषद के अनुसार 5 अगस्त को शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद छोड़ने के बाद बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में हिंदुओं पर हमले की 205 घटनाएं हो चुकी हैं। हिंसा की इन घटनाओं में सैंकड़ों अल्पसंख्यक घायल हुए हैं और कई के घर-मकान तबाह कर दिए गए हैं। कई हिंदू मंदिरों को भी निशाना बनाया गया है।
शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग के दो हिंदू नेताओं की भी हत्या कर दी गई है। हिंसा की घटनाओं से हिंदू भयभीत दिख रहे हैं और हजारों हिंदू बॉर्डर पार करके भारत आने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इस बीच भारत सरकार भी बांग्लादेश में हिंदुओं पर किए जा रहे हमलों पर नजर बनाए हुए है। सूत्रों का कहना है कि मोदी सरकार की ओर से इस बाबत बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से संपर्क साधा गया है।