इमरान ने भारत को दी परमाणु हमले की धमकी, कहा- कश्मीर पर कोई नहीं दे रहा साथ

कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है। उसने यूएन से लेकर मुस्लिम देशों तक का दरवाजा खटखटाया, लेकिन किसी ने उसका साथ नहीं दिया। फ्रास में चल रहे जी7 सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुलाकात हुई।

Update: 2019-08-26 14:13 GMT

नई दिल्ली: कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है। उसने यूएन से लेकर मुस्लिम देशों तक का दरवाजा खटखटाया, लेकिन किसी ने उसका साथ नहीं दिया। फ्रास में चल रहे जी7 सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुलाकात हुई। पीएम मोदी ने साफ-साफ कह दिया कि कश्मीर का मामला द्विपक्षीय है इसमें किसी दूसरे देश की जरूरत नहीं है। तो वहीं ट्रंप ने भी मोदी का समर्थन किया और कहा कि कश्मीर का मामला द्विपक्षीय है और उन्होंने पीएम मोदी पर भरोसा जताया।

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इसके बाद बौखलाए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने देश को संबोधित किया। इमरान खान ने अपना पुराना राग अलापते हुए कहा कि आज हम कश्मीर पर आपसे बात करेंगे। हर जगह से खाली हाथ लौटने के बाद इमरान खान ने खुद को कमजोर बताया। उन्होंने कहा कि आज उनका साथ कोई नहीं दे रहा है।

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उन्होंने कहा कि हम एक ऐसे मंच पर आ गए हैं जहां निर्णय लेने की जरूरत है कि कश्मीर पर क्या किया जाना चाहिए। इमरान ने भारत को कश्मीर मुद्दे पर परमाणु हमले की गीदड़भभकी देते हुए कहा हम कश्मीर के लिए हर हद तक जाएंगे। हमने कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण किया है।

इमरान खान ने पाकिस्तानी जनता को साधने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि कश्मीर का मुद्दा वह अमेरिका और अन्य बड़े देशों के सामने उठाएंगे। उन्होंने कहा कि इस मामले में यूएनएससी की बैठक होने से ही मामला अंतरराष्ट्रीय हो गया है और पूरी दुनिया का ध्यान खींचा गया है।

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बता दें कि यूएनएससी की बैठक मे भी भारत ने स्पष्ट किया कि यह भारत का आंतरिक मुद्दा है और किसी को दखल देने की जरूरत नहीं है।

इमरान खान ने कहा कि आज दुनिया की ताकतें और मुसलमान देश भी मजबूरी की वजह से उनके साथ नहीं हैं, लेकिन वक्त के साथ वह उनका साथ जरूर देंगी। उन्होंने कहा, 'आप मायूस न हों, हम पूरी दुनिया में कश्मीर के ऐंबेसडर बनेंगे। मैं 27 सितंबर को यूएन में यह मुद्दा उठाऊंगा।'

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इमरान ने कहा कि जब भी हम कश्मीर पर भारत के साथ बातचीत करना चाहते हैं तो वह आतंकवाद और अन्य मुद्दों पर ध्यान खींचता रहा है। इमरान खान ने कहा कि FATF जैसी संस्थाओं से ब्लैकलिस्ट कराने की कोशिश कर रहा है।

उन्होंने कहा कि 5 अगस्त को कश्मीर पर लिया गया फैसला जवाहर लाल नेहरू के कश्मीरियों के साथ किए गए वादे से मुकरना है। इमरान खान ने कहा कि पीएम मोदी ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर बहुत बड़ी गलती कर दी है।

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इमरान खान ने गीदड़भभकी देते हुए कहा कि दोनों देशों के पास परमाणु हथियार हैं, अगर यह मामला युद्ध तक जाता है, तो दुनिया भी प्रभावित होगी। अगर हमारे बीच लड़ाई होती है, तो इसके लिए विश्व भी जिम्मेदार है। इमरान ने कहा, 'हम कश्मीर के लिए किसी भी हद तक जाएंगे।'

इमरान खान ने कहा , 'यूएन की जिम्मेदारी है कि कमजोर के साथ खड़े हों लेकिन वह हमेशा ताकतवर का ही साथ देता है।

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