ओबामा का ट्रंप पर बड़ा हमला: नेतृत्व की कमी से महामारी के संकट में फंसा अमेरिका
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक ऑनलाइन वर्चुअल समारोह में ट्रंप का नाम लिए बिना उन पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश में नेतृत्व की कमी होने के कारण ही इस महामारी ने इतना विकट रूप से हमला बोला है। इ
अंशुमान तिवारी
वाशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने देश में कोरोना वायरस के खतरनाक स्तर पर संक्रमण के बाद अमेरिकी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए हैं। ट्रंप प्रशासन की तीखी आलोचना करते हुए ओबामा ने फिर कहा कि इस महामारी से लड़ने के लिए अमेरिका में नेतृत्व की कमी है। यही कारण है कि इस महामारी ने देश को गहरे संकट में डाल दिया है।
सशक्त नेतृत्व से न गहराता संकट
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक ऑनलाइन वर्चुअल समारोह में ट्रंप का नाम लिए बिना उन पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश में नेतृत्व की कमी होने के कारण ही इस महामारी ने इतना विकट रूप से हमला बोला है। इस महामारी ने इस विचार पर से पूरी तरह पर्दा हटा दिया है कि संकट के दिनों में प्रभारी लोग क्या कर रहे हैं। सही बात तो यह है कि उनमें से बहुत से प्रभारी होने का नाटक भी नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका में सशक्त नेतृत्व होता तो निश्चित रूप से देश इस गहरी मुसीबत में न फंसता।
बिडेन के समर्थन में आए ओबामा
ओबामा इससे पहले भी एक निजी कांफ्रेंस के दौरान इस महामारी से निपटने के अमेरिकी प्रशासन के रवैए को अराजक आपदा बता चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव को लेकर अभी तक खामोश दिख रहे ओबामा का कहना है कि वह आगामी नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान बड़ी भूमिका निभाना चाहते हैं। ओबामा ट्रंप के प्रतिद्वंद्वी और पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं। उनका कहना है कि बिडेन को चुनाव जीतने में मदद करने के लिए वह हरसंभव प्रयास करेंगे।
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ट्रंप के लिए मुसीबत बना कोरोना
अमेरिका में दिन प्रतिदिन गहराता कोरोना संकट अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है। अमेरिका में अब तक 15 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और इस महामारी ने करीब 89000 लोगों की जान ले ली है। इस वायरस के संक्रमण को लेकर एहतियाती उपाय न करने के कारण ट्रंप गंभीर आरोपों से घिरे हुए हैं। माना जा रहा है की राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप को इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
बिडेन को मिली मजबूती
जानकारों का कहना है कि फरवरी के पहले तक काफी पीछे चल रहे डेमोक्रेटिक पार्टी के संभावित उम्मीदवार जो बिडेन को अब काफी मजबूती मिली है। अमेरिका में कोरोना के हमले से पहले ट्रंप की स्थिति को काफी मजबूत माना जा रहा था मगर इस संकट ने उनकी चुनावी संभावनाओं को काफी प्रभावित किया है।
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हालांकि ट्रंप अभी भी यह बात नहीं मानते कि उनकी स्थिति कमजोर हुई है मगर जानकारों का कहना है कि जिस तरह अमेरिका में हालात बिगड़े हैं उसे देखते हुए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता की ट्रंप को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
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