दुनियाभर को तगड़ा झटका, ऑक्सफोर्ड वैज्ञानिक ने वैक्सीन को लेकर कहा ये

हो सकता है कि इस वैक्सीन से कोई रिजल्ट ना मिले। क्योंकि ब्रिटेन में तेजी से कोरोना वायरस के मामले घट रहे हैं और संक्रमण दर में कमी आ रही है।

Update: 2020-05-24 11:45 GMT

भारत समेत पूरी दुनिया इस समय वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जूझ रही है। ऐसे में दुनिया भर के वैज्ञानिक और डॉक्टर्स इस वायरस की वैक्सीन बनाने में लगे हैं। लेकिन अभी तक किसी को कोई ही सफलता हाथ नहीं लगी है। ऐसे में WHo और भारत समेत पूरी दुनिया की उम्मीदें ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी पर टिकीं थीं। ऑक्सफोर्ड की तरफ से एक वैक्सीन तैयार की जा रही थी। जिससे पूरी दुनिया को उम्मीद थी। लेकिन अब इस वैक्सीन के आने से पहले ही इस यूनिवर्सिटी के ही एक वैज्ञानिक ने इन सभी की उम्मीदों को तगड़ा झटका दिया है। ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन डेवलपमेंट टीम का नेतृत्व करने वाले वैज्ञानिकों में शामिल एड्रियन हिल ने कहा है कि वैक्सीन ट्रायल के सफल होने की उम्मीद 50 फीसदी ही है।

वैक्सीन के सफल होने की उम्मीद 50%- एड्रियन हिल

दुनियाभर की उम्मीदों को आधा करते हुए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के जेनर इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर एड्रियन हिल ने कहा कि आने वाले ट्रायल में 10 हजार वॉलेंटियर्स को शामिल किया जा रहा है। लेकिन हो सकता है कि इससे कोई रिजल्ट ना मिले। क्योंकि ब्रिटेन में तेजी से कोरोना वायरस के मामले घट रहे हैं और संक्रमण दर में कमी आ रही है। एड्रियन हिल ने कहा कि यह गायब हो रहे वायरस और समय के साथ दौड़ लगाने जैसा है।

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इस पल यही लग रहा है कि 50 फीसदी आशंका है कि हमें कोई परिणाम ना मिले। गौरतलब है कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ChAdOx1 nCoV-19 नाम की वैक्सीन पर काम कर रही है। ऐसे में WHO सहित पूरी दुनिया को इस वैक्सीन से काफी उम्मीदे हैं। क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि ये वैक्सीन अन्य वैक्सीन के मुकाबले आगे चल रही है।

अप्रैल में ही शुरू हो गया था इंसानी ट्रायल

पूरी दुनिया को इस वैक्सीन से उमीदें इसलिए भी हैं क्योंकि एड्रियन हिल की टीम ने अप्रैल में ही इंसानों पर प्रारंभिक ट्रायल शुरू कर दिया था। और ऐसे में इतनी जल्दी इंसानों पर ट्रायल शुरू कर देने वाली दुनियाभर में कुछ ही वैक्सीन हैं। जनवरी में एक छोटे से लैब प्रोजेक्ट के तहत इस वैक्सीन पर काम शुरू किया गया था। जब सिर्फ चीन में मामले सामने आए थे। लेकिन करीब 4 महीने बाद न सिर्फ ब्रिटेन बल्कि दुनियाभर की निगाहें इस वैक्सीन पर हैं।

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इसी हफ्ते AstraZeneca नाम की दवा कंपनी ने ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन के 40 करोड़ डोज तैयार करने के लिए अमेरिका के साथ 1.2 बिलियन डॉलर का करार किया है। वहीं, ब्रिटिश सरकार 10 करोड़ डोज की रकम देने के लिए तैयार हो गई है। ब्रिटेन के लोगों को उम्मीद है कि उनके लिए सितंबर तक 3 करोड़ वैक्सीन के डोज तैयार हो जाएंगे।

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