इमरान की सरकार को खतरा, सेना प्रमुख से मुलाकात के बाद सुगबुगाहट तेज
पाक पीएम इमरान खान से करीब दो महीने बाद सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने मुलाकात की और इसके तुरंत बाद ही इमरान खान दो दिन की छुट्टी पर चले गए हैं। जिससे इमरान सरकार पर छाए अनिश्चितता को और बल मिल गया है।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में इमरान खान की कुर्सी पर लगातार खतरा बना हुआ है। जानकारी के अनुसार, पाक पीएम इमरान खान से करीब दो महीने बाद सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने मुलाकात की और इसके तुरंत बाद ही इमरान खान दो दिन की छुट्टी पर चले गए हैं। जिससे इमरान सरकार पर छाए अनिश्चितता को और बल मिल गया है।
तकरीबन दो महीनों बाद किया मुलाकात
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम इमरान खान और सैन्य प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा की दो महीने बाद हुई मुलाकात पर राजनैतिक और रणनीतिक मामलों के पंडितों की कड़ी नजर रही। इन लोगों ने इस बात पर गौर किया कि, मुलाकात के वक्त दोनों की बॉडी लैंग्वेज में कुछ फर्क था, जो कि सहज नहीं था। मुलाकात में किसी की मुस्कुराहत बंद नहीं हो रही थी, तो वहीं किसी गंभीरता खत्म नहीं हो रही थी।
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इससे पहले कभी छुट्टी पर नहीं गए इमरान
इमरान खान सैन्य प्रमुख के साथ हुए इस मुलाकात के बाद सारे सरकारी कामकाज को रोककर दो दिन की छुट्टी पर चले गए, जिसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। इमरान खान की छुट्टी ने इसलिए भी सबका ध्यान खींचा, क्योंकि सत्ता संभालने के बाद उन्होंने बीते एक साल से अधिक समय में एक भी छुट्टी नहीं ली है। उनके नजदीकी बताते हैं कि, जितनी देर वो जागते रहते हैं, सिर्फ आधिकारिक कामकाज में ही लगे रहते हैं। उनकी छुट्टी की कोई पूर्व योजना भी नहीं थी।
कुछ ने किया सपोर्ट तो कुछ ने किया ट्रोल
रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि, यह अचानक छुट्टी लोगों के बीच चर्चा में है। वहीं सोशल मीडिया पर कुछ लोग लिख रहे हैं कि, इमरान को भी अपने परिवार के साथ समय बिताने का कभी तो वक्त मिले। जबकि विरोधियों का कहना है कि, मिस्टर प्राइम मिनिस्टर, इन दो दिनों में ही यह प्लान बना लीजिएगा कि अब आपको जो लंबी छुट्टी मिलने वाली है, उसको आप कहां बिताएंगे।
देश की मौजूदा स्थिति के चलते पीएम के इस्तीफे की मांग
इस मुलाकात के चर्चा में होने की एक और वजह है कि दोनों लोगों के बीच लंबे वक्त तक कोई मुलाकात नहीं हुई है। साथ ही देश में मंहगाई के चलते हालात बहुत बुरे हो चुके हैं, जिसकी वजह से विपक्षी पार्टियां इमरान खान के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
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सहयोगी पार्टियों ने भी जताई असहमति
रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए इंसाफ पार्टी के समर्थक दलों का भी रवैया बदला हुआ है। सरकार में भागीदार मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान के वरिष्ठ नेता ख्वाजा इजाहरुल हसन ने आशंका जताते हुए कहा है कि, अगर इमरान खान सरकार अर्थव्यवस्था की बिगड़ी हुई स्थिति को नहीं सुधार पाती तो, ऐसा नहीं लग रहा है कि ये अगले बजट तक भी चल पाएगी।
वहीं इससे पहले की सहयोगी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद के शीर्ष नेता भी सरकार की नीतियों पर अपनी असहमति स्पष्ट कर चुके हैं। पार्टी के नेताओं का मानना है कि, स्थितियां लगातार बिगड़ती ही जा रही हैं। हाल ही में पार्टी के नेता चौधरी शुजात हुसैन ने कहा था कि, देश में महंगाई और बेरोजगारी की जो स्थिति है, उसके चलते कोई भी नेता अगले 3 से 6 महीने में देश का प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहेगा।
ये लोग कर रहे समर्थन
जहां पर सहयोगी पार्टी के कई नेता इमरान की नीतियों पर असहमति जता रहे हैं तो वहीं मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान के 7 और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद के 5 सांसद इमरान सरकार का समर्थन कर रहे हैं और इनका यहीं समर्थन सरकार के सत्ता में बने रहने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
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